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बैठकी: लाइलाज बीमारी के बावजूद शख्स ने कैसे नाप दी गोमुख से गंगासागर तक गंगा नदी?

रैन्सी थॉमस घुमक्कड़ हैं. बचपन में भारतीय वायु सेना में शामिल होना चाहते थे. लेकिन कॉलेज के समय उन्हें राइटर सिंड्रोम डिटेक्ट हुआ, जिसका कोई इलाज नहीं था. रैन्सी ऐडवेंचर से जुड़े, उन्होंने ट्रेकिंग से लेकर कायकिंग सब कुछ आजमाया. साल 2023 में रैन्सी ने 95 दिनों में गोमुख से गंगासागर की सफल यात्रा की है.

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4 अप्रैल 2024 (Updated: 4 अप्रैल 2024, 16:36 IST)
Updated: 4 अप्रैल 2024 16:36 IST
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लल्लनटॉप बैठकी में साथ हैं ऐडवेंचरर रैन्सी थॉमस. उन्होंने बचपन से ही भारतीय वायु सेना में शामिल होने का सपना देखा था. लेकिन कॉलेज के समय उन्हें राइटर सिंड्रोम डिटेक्ट हुआ, जिसका कोई इलाज नहीं था. ठीक होने के बाद रैन्सी ऐडवेंचर से जुड़े, उन्होंने ट्रेकिंग से लेकर कायकिंग और यहां तक ​​कि माइक्रोलाइट फ्लाइंग सब कुछ आजमाया. नवंबर 2023 में रैन्सी ने उत्तराखंड के गंगोत्री (गोमुख) से शुरू हुई, 95 दिनों की गंगासागर तक की सफल यात्रा की. घुमक्कड़ी को लेकर उनके जुनून के बारे में उन्होंने क्या-क्या बताया है, यह जानने के लिए अभी पूरा एपिसोड देखें.

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