चुनाव यात्रा: '90 की लागत, 95 का बिकता है’, बिहार के मुजफ्फरपुर के लहठी और लाख कारीगरों की कहानी
लहठी और लाख की चूड़ियां बनाने वाले कारीगर गुज़ारा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. वे कहते हैं, "इसे बनाने में 90 रुपये लगते हैं, लेकिन यह सिर्फ़ 95 रुपये में बिकती है", और फिर भी चूड़ियों को खरीदार नहीं मिलते.
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4 नवंबर 2025  (Published: 12:18 PM IST)