सीपी राधाकृष्णन होंगे देश के अगले उपराष्ट्रपति, चुनाव में कितने वोट मिले?
इस बार उपराष्ट्रपति चुनाव का कई सांसदों ने बहिष्कार किया. इनमें BJD के 7, BRS के 4 और अकाली दल की हरसिमरत कौर शामिल हैं. एक निर्दलीय सांसद सरबजीत सिंह खालसा ने भी चुनाव का बॉयकॉट किया.

सीपी राधाकृष्णन भारत के अगले उपराष्ट्रपति होंगे (CP Radhakrishnan next Vice President). 9 सितंबर को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में उन्हें विपक्षी उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को हरा दिया है. चुनाव में कुल 767 सांसदों ने वोट डाला. सीपी राधाकृष्णन को कुल 452 वोट मिले. वहीं, बी सुदर्शन रेड्डी को 300 सांसदों ने वोट दिया. 15 वोट रद्द कर दिए गए. इस तरह राधाकृष्णन ने 152 वोटों से चुनाव जीता.
मंगलवार को सुबह 10 बजे से वोटिंग शुरू हुई थी जो शाम 5 बजे तक चली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने चुनाव के लिए सबसे पहला वोट डाला. हालांकि इस बार उपराष्ट्रपति चुनाव का कई सांसदों ने बहिष्कार किया. BJD के मुजिबुल्ला खान, सस्मित पात्रा, निरंजन बिशी, मानस रंजन मंगराज, सुलता देव, देबाशीष सामंतराय और सुभाशीष खुंटिया ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया. वहीं, BRS के केआर सुरेश रेड्डी, रवि चंद्र वद्दीराजू, दामोदर राव दिवाकोंडा और बी पार्थसारधि रेड्डी ने भी वोट नहीं डाले. SAD की हरसिमरत कौर और निर्दलीय सरबजीत सिंह खालसा ने भी चुनाव का बॉयकॉट किया.
बीती 21 जुलाई को पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने पद से इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया था. इसके बाद एनडीए ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया था. वहीं विपक्षी इंडिया ब्लॉक ने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी सुदर्शन रेड्डी को अपना कैंडिडेट घोषित किया था.
गुप्त होता है मतदानउपराष्ट्रपति चुनाव के लिए राज्यसभा महासचिव पीसी मोदी को रिटर्निंग ऑफिसर नियुक्त किया गया था. वहीं केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू, राम मोहन नायडू और शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे को चुनाव एजेंट बनाया गया था. इस चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सांसद मतदान करते हैं. ये एक गुप्त मतदान होता है. यानी सांसद अपना मत डालने के लिए स्वतंत्र रहते हैं. हालांकि, आमतौर पर पार्टी लाइन के हिसाब से ही वोट डाला जाता है.
वीडियो: NDA गठबंधन ने उपराष्ट्रपति पद के लिए सीपी राधाकृष्णन को बनाया उम्मीदवार