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10 साल बाद जेल से छूटकर आया शख्स, बीवी-बच्चे धर्म बदल चुके थे, मदरसा संचालक गिरफ्तार

शख्स ने मदरसे के लोगों से उसके बच्चों को लौटाने को कहा. लेकिन वे नहीं माने. महेंद्र के साथ कथित तौर पर धक्का-मुक्की और मारपीट की. मौके पर काफी हंगामा हुआ. सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और दोनों पिता-पुत्र को थाने ले गई. इसके बाद पूरे मामले को लेकर महेंद्र की पत्नी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.

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UP Kushinagar Husband Came From Jail Found Wife Son Religion Change
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी मदरसा प्रिंसिपल. (फोटो- @kushinagarpol)
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रिदम कुमार
9 सितंबर 2025 (Published: 11:09 AM IST)
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यूपी के कुशीनगर में एक शख्स 10 साल बाद जेल काटकर घर लौटा तो उसके होश फाख्ता रह गए. उसने देखा कि पत्नी और दोनों बच्चों ने अपना धर्म बदल लिया है. पत्नी का पहनावा पूरी तरह से बदल चुका था. बच्चे मदरसे में तालीम ले रहे थे. इतना ही नहीं जब शख्स बेटों से मिलने मदरसा पहुंचा तो उन्होंने अपने पिता को पहचानने से ही इनकार कर दिया. आरोप है कि मदरसे के प्रिंसिपल ने शख्स की पत्नी की आर्थिक तंगी का फायदा उठाकर धर्म परिवर्तन कराया. शख्स की पत्नी की शिकायत पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.

दैनिक भास्कर में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, मामला कुशीनगर जिले के हनुमानगंज थाना इलाके के मंशा छापर गांव का है. यहां रहने वाले महेंद्र कुशवाहा (45) की शादी करीब 15 साल पहले राबड़ी देवी से हुई थी. शादी के बाद तीन बच्चे हुए. बाद में रेप के एक मामले में उसे सजा हुई. 10 साल की सजा काटने के बाद 4 सितंबर को वह घर लौटा. लेकिन यहां पहुंचकर देखा कि उसकी पत्नी का पहनावा पूरी तरह बदल चुका था. साड़ी के बजाय वह बुर्का पहनने लगी थी. पांच वक्त की नमाज तक पढ़ती थी. घर में इस्लामी रीति-रिवाजों का पालन करती थी. यह देख महेंद्र के पैरों तले जमीन खिसक गई.

इसके बाद महेंद्र ने पत्नी से बच्चों के बारे में पूछा. पत्नी ने उसे बताया कि वे मदरसे में पढ़ाई करने गए हैं. इसके बाद रविवार 7 सितंबर को वह अपने बच्चों से मिलने मदरसा पहुंचा. लेकिन यहां उसके बच्चों ने उन्होंने पिता को ही पहचानने से इनकार कर दिया. एक बेटे का नाम विपिन से बदलकर नूर आलम हो चुका था. जबकि दूसरा बेटा मदरसे में पढ़ाई कर रहा था. पूरा मंजर देखकर वह हक्का-बक्का रह गया.

इसके बाद उसने मदरसे के लोगों से उसके बच्चों को लौटाने को कहा. लेकिन वे नहीं माने. महेंद्र के साथ कथित तौर पर धक्का-मुक्की और मारपीट की. मौके पर काफी हंगामा हुआ. सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और दोनों पिता-पुत्र को थाने ले गई. इसके बाद पूरे मामले को लेकर महेंद्र की पत्नी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. शिकायत में आरोप लगाया कि आरोपी मदरसा प्रिंसिपल मुजीबुर्रहमान ने उनकी आर्थिक स्थिति का फायदा उठाकर बेटे का धर्म परिवर्तन करा दिया. उसका नाम नूर आलम रखकर मदरसे में रख लिया है. बेटे को वापस मांगने पर आरोपी ने धक्का-मुक्की, गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी दी.

सोमवार 9 सितंबर को पुलिस ने शिकायत पर कार्रवाई करते हुए आरोपी प्रिंसिपल मुजीबुर्रहमान को गिरफ्तार कर लिया. अपर पुलिस अधीक्षक (ASP) कुशीनगर निवेश कटियार ने बताया कि कुशीनगर के थाना खड्डा में 7 सितंबर को राबड़ी देवी ने मामले की शिकायत दर्ज कराई थी. महिला का आरोप था कि मदरसे के प्रिंसिपल ने उनकी आर्थिक स्थिति का फायदा उठाते हुए उनके बेटे का धर्म परिवर्तन कराया. उसका नाम बदला और अपने साथ ही रख लिया. वापस मांगने पर उनके साथ धक्का-मुक्की, गाली-गलौज की गई. साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी गई. पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. बाकी की जांच की जा रही है.

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