पुतिन के दौरे के बाद अमेरिकी सेक्रेटेरी पहुंची भारत, जेलेंस्की को भी बुलाने की तैयारी
अमेरिका में राजनीतिक मामलों की अंडर सेक्रेटेरी Allison Hooker पांच दिन के दौरे पर India पहुंची हैं, जहां वह विदेश सचिव विक्रम मिसरी समेत कई सीनियर अधिकारियों से मिलेंगी. वहीं नए साल में Ukraine President Volodymyr Zelenskyy जेलेंस्की के India Visit को शेड्यूल करने की भी कोशिश की जा रही है.

भारत इस समय कूटनीति में फ्रंट फुट पर खेल रहा है. अभी हाल ही में रूसी राष्ट्रपति पुतिन भारत का दौरा करके गए हैं, जिसकी दुनिया भर में काफी चर्चा हुई. पुतिन के जाने के दो दिन बाद ही अमेरिका में राजनीतिक मामलों की अंडर सेक्रेटेरी एलिसन हूकर भारत पहुंची हैं. वह पांच दिन के दौरे पर आई हैं. वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारत नए साल में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को भी बुलाने की तैयारी कर रहा है.
ISRO का दौरा करेंगी अमेरिकी सेक्रेटेरीअमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार एलिसन हूकर रविवार, 7 दिसंबर को भारत पहुंची हैं. वह भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी समेत कई सीनियर अधिकारियों से मिलेंगी. साथ ही बेंगलुरु स्थित भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के हेडक्वार्टर का भी दौरा करेंगी. अमेरिकी विदेश विभाग के मुताबिक,
जेलेंस्की का दौरा शेड्यूल करने की कोशिशअंडर सेक्रेटेरी एलिसन अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने, आर्थिक और कॉमर्शियल संबंधों को मजबूत करने और अमेरिकी एक्सपोर्ट को बढ़ाने के उद्दश्य से भारत आई है. साथ ही दोनों देशों के बीच AI और स्पेस एक्सप्लोरेशन समेत उभरती टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने पर भी चर्चा की जाएगी.
वहीं इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के भारत दौरे को शेड्यूल करने की भी कोशिश की जा रही है. रिपोर्ट के अनुसार जनवरी 2026 की शुरूआत में यह दौरा हो सकता है. इससे संकेत मिलता है कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच शांति वार्ता कराने की कोशिशों में भारत भी अहम भूमिका निभा रहा है. इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी जुलाई 2025 में रूस का दौरा करने के बाद अगस्त में यूक्रेन गए और जेलेंस्की से मुलाकात की थी.
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रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले यह भी बताया गया है कि भारत और यूक्रेन के अधिकारियों के बीच कई हफ्तों से बातचीत चल रही है. और पुतिन के भारत आने से पहले ही नई दिल्ली ज़ेलेंस्की के ऑफिस के संपर्क में थी. रिपोर्ट के मुताबिक यात्रा का समय और दायरा इस बात पर निर्भर करेगा की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की शांति योजना कैसे आगे बढ़ती है.
वीडियो: दुनियादारी: पुतिन ने भारत को तेल आपूर्ति का वादा कर अमेरिका को क्या संदेश दिया?

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