BMC चुनाव साथ लड़ेंगे उद्धव-राज, संजय राउत बोले, ‘मुंबई को अमित शाह के हाथों में नहीं पड़ने देंगे’
संजय राउत ने बताया कि उद्धव और राज ठाकरे मुंबई, ठाणे, कल्याण-डोंबिवली, मीरा-भायंदर, पुणे और नासिक जैसी पांच प्रमुख महानगरपालिकाओं में साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे.

बृह्नमुंबई महानगरपालिका (BMC) चुनावों से पहले महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा गठबंधन होने वाला है. शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे ने एक साथ आने की घोषणा कर दी है. ‘मराठी वोट बैंक को एकजुट करने और सत्ताधारी गठबंधन को चुनौती देने के लिए’ दोनों ने रणनीतिक गठबंधन की दिशा में ये कदम बढ़ाया है.
शिवसेना (UBT) के सांसद और मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि ये गठबंधन अगले हफ्ते औपचारिक रूप से घोषित किया जाएगा. इंडिया टुडे से जुड़े मुस्तफा शेक की रिपोर्ट के मुताबिक राउत ने कांग्रेस पार्टी को भी सीधी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा,
“उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे का एक साथ आना लोगों में विश्वास और उत्साह पैदा कर रहा है. हम मुंबई सहित 29 महानगरपालिकाओं में चुनाव लड़ने को तैयार हैं. अगर कोई पीठ पीछे हमला करेगा, तब भी हम लड़ाई के लिए तैयार हैं. राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे.”
राउत ने आगे बताया कि उद्धव और राज ठाकरे मुंबई, ठाणे, कल्याण-डोंबिवली, मीरा-भायंदर, पुणे और नासिक जैसी पांच प्रमुख महानगरपालिकाओं में साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने बताया,
“अन्य महानगरपालिकाओं में स्थानीय नेता फैसला लेंगे. ये मुंबई की लड़ाई है. हम मुंबई को अमित शाह के हाथों में नहीं पड़ने देंगे. महाराष्ट्र जानता है कि रहमान डाकू कौन है? मुंबई को लूटना कौन चाहता है? और उन्हें समर्थन कौन दे रहा है?”
कांग्रेस उद्धव और राज के एक साथ आने से उत्साहित नहीं है. पार्टी ने दोनों के साथ महानगरपालिका चुनावों में गठबंधन से इनकार कर दिया है. इसे लेकर राउत ने कहा,
“इस समय कांग्रेस हमारे साथ नजर नहीं आ रही. बिहार चुनाव परिणामों के बाद उनका आत्मविश्वास बढ़ गया है. वास्तव में, उन्हें इस लड़ाई में हमारे साथ होना चाहिए. हमने उनके वरिष्ठ नेताओं से बात भी की है. लेकिन उन्होंने ये मामला स्थानीय नेताओं पर छोड़ दिया है.”
उधर, कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि राज-उद्धव गठबंधन बनाते समय कांग्रेस को विश्वास में नहीं लिया गया. सावंत ने बताया, “मुंबई के लोग धर्म और भाषा के आधार पर बंटवारा नहीं चाहते. वो मुंबई का विकास और बेहतर हवा की गुणवत्ता चाहते हैं.”
कांग्रेस प्रवक्ता ने आगे कहा कि ऐसी स्थिति में कांग्रेस अकेले लड़ेगी. पार्टी के स्थानीय नेतृत्व ने अकेले चुनाव लड़ने और कार्यकर्ताओं को मजबूती देने का फैसला किया है.
महाराष्ट्र में 29 महानगरपालिकाओं के चुनाव 15 जनवरी 2026 को होंगे, जबकि वोटों की गिनती 16 जनवरी को होगी.
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