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TRF ने पहलगाम हमले में शामिल होने से इनकार किया, बोला- 'टेलिग्राम पर सबूत देंगे'

Pahalgam Terror Attack: TRF ने दावा किया कि पहलगाम हमले के बाद उनका डिजिटल प्लेटफॉर्म हैक कर लिया गया था, जिससे मैसेज पोस्ट किया गया था. TRF का कहना है कि उसे शक है कि इसमें भारतीय साइबर इंटेलीजेंस का हाथ है.

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TRF Resistance Front denies involvement in Pahalgam terror attack india pakistan relations
कश्मीर के पहलगाम में बैसरन घास के मैदान में सेना के जवान (फोटो: ANI)
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अर्पित कटियार
26 अप्रैल 2025 (Updated: 26 अप्रैल 2025, 11:36 PM IST) कॉमेंट्स
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पहलगाम में आतंकी हमले के 4 दिन बाद ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (The Resistance Front) ने हमले की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया है. माना जा रहा है कि घटना के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त कदम उठाए थे. यही वजह है कि पाकिस्तान समर्थित इस संगठन ने अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं और हमले की जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया है. 

लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन TRF ने शुक्रवार, 25 अप्रैल की शाम एक बयान जारी कर कहा,

TRF को इस काम का श्रेय देना गलत है. यह जल्दबाजी में किया गया और कश्मीरी प्रतिरोध को बदनाम करने के लिए एक सुनियोजित अभियान का हिस्सा है.

The Resistance Front
 TRF ने 25 अप्रैल को बयान जारी किया (फोटो- X)

TRF ने दावा किया कि हमले के बाद उनका डिजिटल प्लेटफॉर्म हैक कर लिया गया था, जिससे मैसेज पोस्ट किया गया था. TRF का कहना है कि उसे शक है कि इसमें भारतीय साइबर इंटेलीजेंस का हाथ है. उन्होंने अपने बयान में लिखा,

पहलगाम में हमले के तुरंत बाद, हमारे एक डिजिटल प्लेटफॉर्म से एक संक्षिप्त और अनधिकृत मैसेज पोस्ट किया गया था. इंटरनल ऑडिट के बाद, हमारे पास यह मानने की वजह है कि यह एक साइबर घुसपैठ का परिणाम था.

ये भी पढ़ें: पहलगाम में पर्यटकों की जान लेने वाले आतंकी संगठन TRF के बारे में सबकुछ जानिए

TRF ने अपने बयान में आरोप लगाया कि 2000 में भारतीय सेना ने छत्तीसिंगपुरा में 35 सिखों को मार डाला और इसका आरोप आतंकवादियों पर लगाया गया. आगे लिखा,

2001 में भारतीय संसद पर हुए हमले में भी अंदरूनी लोगों का हाथ था. वहीं, 2019 में पुलवामा हमले का आरोप पाकिस्तान पर लगाया गया. यह हमला लोकसभा चुनावों से ठीक पहले हुआ था.

TRF ने कहा कि वो जल्द ही अपने टेलीग्राम चैनल पर इस बात का सबूत देगा. भारत की इंटेलिजेंस ब्यूरो और RAW का इस हमले में हाथ था. बता दें कि इससे पहले लश्कर ए तैयबा के डिप्टी कमांडर सैफुल्लाह कसूरी का भी एक वीडियो सामने आया था, जिसमें उसने आतंकी हमले से खुद को जिम्मेदार मानने से इंकार कर दिया था. वीडियो में उसने कहा था कि हमले से उसका कोई लेना-देना नहीं है.

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