SSC एग्जाम का टेंडर TCS की बजाय एडुक्विटी को क्यों दिया गया? चेयरमैन का जवाब जानें
TCS Vs Eduquity Vendor Controversy: लल्लनटॉप ने SSC के चेयरमैन एस गोपालकृष्णन का इंटरव्यू किया है. संपादक सौरभ द्विवेदी ने सवाल किया कि टेक्निकली TCS ज्यादा बेहतर थी. लेकिन वो बढ़िया एग्जाम कराने के लिए ज्यादा पैसा मांग रही थी. ऐसे में सरकार ने बेहतर परीक्षा कराने के बजाय, पैसा बचाना चुना.

स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (SSC) की परीक्षा प्रक्रिया में कथित गड़बड़ियों को लेकर बीते दिनों जो विरोध प्रदर्शन हुए, उसमें एक मुद्दे ने काफी सुर्खियां बटोरीं. वो थी एग्जाम को कराने वाली एजेंसी. SSC के एग्जाम्स को कराने की जिम्मेदारी ‘एडुक्विटी’ नाम की कंपनी के पास थी. इस पर परीक्षा में कथित गड़बड़ियों, सेंटर्स की खराब व्यवस्थाओं को लेकर एडुक्विटी पर इल्जाम लगते रहे हैं. वहीं दावा किया जाता है कि टाटा कंसल्टेंसी सर्विस (TCS) एग्जाम को ज्यादा बेहतर तरीके से करा पाती.
लल्लनटॉप ने SSC के चेयरमैन एस गोपालकृष्णन का इंटरव्यू किया है. संपादक सौरभ द्विवेदी ने सवाल किया कि टेक्निकली TCS ज्यादा बेहतर थी. लेकिन वो बढ़िया एग्जाम कराने के लिए ज्यादा पैसा मांग रही थी. ऐसे में सरकार ने बेहतर परीक्षा कराने के बजाय, पैसा बचाना चुना.
इस पर जवाब देते हुए एस गोपालकृष्णन ने कहा,
मैं यही कहना चाहूंगा कि किसी भी सरकारी टेंडर को देने की प्रक्रिया का पूरा डॉक्यूमेंट होता है. इस प्रक्रिया के तहत ही टेंडर दिया जाता है. वर्ना प्रोसीजर के साथ खिलवाड़ हो सकता है. मैंने पहले भी बताया है कि पहले टेंडर के लिए चार एजेंसियां थीं. उनका टेक्निकल इवैल्यूशन होता है, पारदर्शिता की जांच की जाती है. फिर उन्हें सिलेक्ट किया जाता है. ऐसे में जिसके पास पैसा ज्यादा है, लेकिन टेक्निक नहीं है, वो सिलेक्ट नहीं हो सकता. और जिसके पास खाली टेक्निक है, लेकिन रेट लगाने की क्षमता कम है, वो भी नहीं आ सकती. बैलेंस करके आगे लेने का प्रोसेस चला है. ये कोई नई चीज नहीं है.
SSC के चेयरमैन एस गोपालकृष्णन का कहना है कि सारे राज्यों के मंत्रालयों में ऐसे ही होता है. पूरा प्रोसेस पारदर्शी है और पब्लिक डोमेन में है. कोई भी Central Public Procurement Portal यानी CPPP पोर्टल पर जाकर इस टेंडर से जुड़े सारे ट्रांजैक्शंस देख सकता है.
आप इस पूरे इंटरव्यू को इस लिंक पर क्लिक करके देख सकते हैं.
बता दें कि बीती 31 अगस्त को SSC के एग्जाम में कथित गड़बड़ियों को लेकर दिल्ली में बड़ा विरोध प्रदर्शन हुआ था. एसएससी अभ्यर्थी और देशभर के कई जाने माने शिक्षक केंद्र सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल ऐंड ट्रेनिंग यानी DoPT दफ्तर के बाहर इकट्ठा हुए थे. इसे 'दिल्ली चलो' का नाम दिया गया. लेकिन पुलिस ने किसी को आगे बढ़ने नहीं दिया. तमाम शिक्षक डिटेन हुए जिसके बाद जंतर मंतर पर प्रदर्शन हुआ.
वीडियो: एग्जाम सेंटर, 'गड़बड़ी', प्रोटेस्ट... SSC चेयरमैन एस गोपालकृष्णन ने इंटरव्यू में सब बताया