SBI बैंक की पूरी ब्रांच को बंधक बनाकर 21 करोड़ की लूट, खाता खुलवाने के बहाने घुसे थे लुटेरे
ब्रांच मैनेजर तारकेश्वर ने पुलिस को बताया कि 5 आरोपी चालू खाता खुलवाने के बहाने बैंक में घुसे. उनके पास देसी बंदूक और धारदार हथियार थे. उन्होंने इसके दम पर बैंक में मौजूद कस्टमर और कर्मचारियों को डराया. उसके बाद प्लास्टिक टैग से सभी के हाथ बांध दिए.

कर्नाटक के विजयपुरा में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की एक ब्रांच में दिनदहाड़े 21 करोड़ की डकैती हो गई. लुटेरे 1.04 करोड़ कैश और करीब 20 करोड़ रुपये का सोना लेकर फरार हो गए. पूरी घटना एकदम पुरानी फिल्मों की तरह हुई. बताया जा रहा है कि हथियारों से लैस करीब 5 लुटेरों ने खाता खुलवाने के बहाने घुसे. अंदर बंदूक और चाकू दिखाकर सभी को बंधक बना लिया. इसके बाद 20 किलो सोना और कैश लेकर भाग निकले.
इंडिया टुडे से जुड़े सगाय राज की रिपोर्ट के मुताबिक घटना मंगलवार, 16 सितंबर की शाम की है. विजयपुरा जिले के चदाचन कस्बे में SBI की एक ब्रांच है. यहां के ब्रांच मैनेजर तारकेश्वर ने पुलिस को बताया कि 5 आरोपी चालू खाता खुलवाने के बहाने बैंक में घुसे. उनके पास देसी बंदूक और धारदार हथियार थे. उन्होंने इसके दम पर बैंक में मौजूद कस्टमर और कर्मचारियों को डराया. उसके बाद प्लास्टिक टैग से सभी के हाथ बांध दिए.
तारकेश्वर ने आगे कहा कि लुटेरों ने बैंक का लॉकर खुलवाया. उसमें मौजूद 425 सोने के पैकेटों में से 398 पैकेट लूट ले गए. इसके अलावा लॉकर में मौजूद 1.04 करोड़ कैश पर हाथ साफ कर दिया. रिपोर्ट के मुताबिक लूटे गए सोने का वजन करीब 20 किलो है. जिसकी बाजार में कीमत करीब 20 करोड़ रुपये बताई जा रही है.
पुलिस के अनुसार आरोपी फर्जी नंबर प्लेट वाली सुजुकी ईवीए गाड़ी से आए थे. घटना के बाद उसी गाड़ी में बैठकर महाराष्ट्र के पंढरपुर की ओर भाग निकले. रास्ते में सोलापुर जिले के हुलजंती गांव के पास गाड़ी का एक्सीडेंट भी हुआ. इसके बावजूद आरोपी चोरी का सामान लेकर फरार होने में सफल रहे.
विजयपुरा पुलिस अधीक्षक लक्ष्मण निम्बार्गी ने बताया कि घटना में किसी भी बैंक कर्मचारी या ग्राहक को चोट नहीं आई है. कर्नाटक और महाराष्ट्र में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. जल्दी ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. CCTV की भी मदद ली जा रही है.
बीते मई महीने विजयपुरा ज़िले में इसी तरह बैंक डकैती हुई थी. 25 मई के आसपास चोरों ने मनागुली गांव स्थित केनरा बैंक की शाखा से 53.26 करोड़ रुपये चुरा लिए थे. इसमें 59 किलो सोना और 5.3 लाख रुपये नकद शामिल था. जांच में सामने आया कि लूट की साजिश उसी बैंक के पूर्व शाखा प्रबंधक विजयकुमार मिरियाल ने रची थी. उन्हें जून में दो साथियों समेत गिरफ्तार किया गया.
पुलिस के मुताबिक तब लुटेरों ने सीसीटीवी और बिजली की लाइन काट दी थी. बैंक के प्रबंधक ने अपने कार्यकाल के समय ही लॉकर की डुप्लीकेट चाबी बनवाई थी. डकैती में उसी का इस्तेमाल किया गया था. बाद में आरोपियों ने बताया था कि लूट को अंजाम देने के लिए वे हॉलीवुड और बॉलीवुड की डकैती वाली फ़िल्में देखते थे. घटना के समय उन्होंने मुखौटे और हेलमेट पहने थे. वहीं खोजी कुत्तों को चकमा देने के लिए मिर्च पाउडर छिड़का था. पुलिस को भ्रमित करने के लिए काले जादू की चीज़ें भी छोड़ गए थे.
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