The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • India
  • Saif Ali Khan in hospital, big encounter specialist daya nayak reaches home for investigation

सैफ अली खान अस्पताल में, जांच के लिए घर पहुंचा बड़ा एनकाउंटर स्पेशलिस्ट

मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच इस पूरे मामले की जांच कर रही है. अभी तक की जांच में पुलिस ने एक हमलावर की पहचान कर ली है. एनकांउटर स्पेशलिस्ट दया नायक भी जांच टीम हैं, जानिए कौन हैं दया नायक.

Advertisement
daya nayak saif ali kahan attacked case
दया नायक 80 से ज्यादा एनकाउंटर कर चुके हैं | फ़ाइल फोटो: आजतक
pic
अभय शर्मा
16 जनवरी 2025 (Updated: 16 जनवरी 2025, 06:16 PM IST)
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान पर उनके घर में घुसकर चाकू से हमला किया गया है. घटना मुंबई के खार स्थित गुरु शरण अपार्टमेंट के 12वें फ्लोर पर बुधवार, 15 जनवरी को देर रात करीब ढाई बजे हुई. इस हमले में एक्टर को गले, पीठ, हाथ और सिर समेत 6 जगह चाकू लगा था. घायल सैफ को रात में ही लीलावती हॉस्पिटल ले जाया गया था. जहां सर्जरी के बाद उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. 

बांद्रा पुलिस स्टेशन ने हमलावरों की तलाश के लिए 10 टीमें बनाई हैं. वहीं क्राइम ब्रांच ने भी केस के इन्वेस्टिगेशन के लिए 8 टीमें गठित कर दी हैं. क्राइम ब्रांच जांच के लिए सैफ के घर भी पहुंच चुकी है. एनकाउंटर स्पेशलिस्ट दया नायक भी टीम का हिस्सा हैं. वो खुद भी सैफ के घर जांच करने गए थे. बताया जाता है कि जांच टीम ने एक हमलावर की पहचान कर ली है.

Daya Nayak कौन हैं?

दया नायक के नाम पर लगभग 80 एनकाउंटर दर्ज हैं. उनक बचपन तंगहाली में बीता. वे मूलतः कर्नाटक के रहने वाले हैं. घर की आर्थिक स्थिति खराब थी इसलिए सातवीं तक कन्नड़ स्कूल में पढ़ने के बाद वे सन 1979 में मुंबई में आए. यहां वे एक होटल में टेबल साफ करने का काम किया करते थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक होटल के मालिक ने दया को ग्रैजुएशन तक पढ़ाया. कुछ समय तक उन्होंने 3000 रुपए प्रति माह पर प्लम्बर की नौकरी भी की थी.

Daya Nayak ऐसे बने एनकाउंटर स्पेशलिस्ट

1995 में मुंबई की पुलिस अकादमी से स्नातक हुए. यह वह समय था जब मुंबई में अंडरवर्ल्ड अपने चरम पर था. एक साल की ट्रेंनिग खत्म होने के बाद 1996 में दया की पोस्टिंग जुहू पुलिस स्टेशन में हुई थी. 31 दिसंबर की रात दया ड्यूटी पर तैनात थे. इसी दरमियान उन्हें इनफार्मर ने छोटा राजन गैंग के दो सदस्यों की जानकारी दी. जब दया उन्हें गिरफ्तार करने के लिए पहुंचे, तो उन्होंने दया पर फायरिंग कर दी. जवाबी फायरिंग में दया ने दोनों गैंगस्टर एनकाउंटर कर दिया. यह दया का पहला एनकाउंटर था. बताते हैं कि इस एनकाउंटर के बाद दया बेहद घबरा गए थे. उन्हें लग रहा था कि डिपार्टमेंट इस एनकाउंटर के बाद उन्हें बर्खास्त कर देगा, लेकिन डिपार्टमेंट ने दो बड़े गैंगस्टर का खात्मा करने के लिए शाबाशी दी. इससे पुलिस महकमे में नायक की लोकप्रियता बढ़ गई.

जब Daya Nayak पर आतंकवादियों ने फेंका था बम

इसके कुछ समय बाद मुंबई में दादर इलाके के फूल मार्केट में दया को आतंकवादी होने की खबर मिली थी. जैसे ही दया मार्केट में पहुंचे तो आतंकवादियों ने उन पर गोलियां चलाईं. गोलियों से दया बच पाते तब तक आतंकवादियों ने उन पर बम से हमला कर दिया. इस हमले में दया बुरी तरह घायल हो गए थे. जिस कारण उन्हें 17 दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा था. दया ने जिन लोगों का एनकाउंटर किया उनमें मुंबई के बड़े अपराधी विनोद माटकर, राफिक डबावाला और तौफिक कालिया के नाम शामिल हैं. वहीं, 300 से अधिक अपराधियों को दया गिरफ्तार कर चुके हैं. इसके अलावा कई बड़े मामलों को सुलझा चुके हैं.

Daya Nayak विवादों में भी रहे

दया नायक का नाम विवादों से भी दूर नहीं रहा. आय से अधिक संपत्ति कमाने के आरोप में उन पर जांच चली थी. 2004 में, महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) अदालत ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) को नायक की आय से अधिक संपत्ति की जांच करने का आदेश दिया. एसीबी ने नायक के खिलाफ मामला दर्ज किया और बेंगलुरु में दो स्थानों सहित छह स्थानों पर छापे मारे. इन छापों से पता चला कि नायक के पास कथित तौर पर लक्जरी बसों के दो बेड़े थे - एक मुंबई के अंधेरी में और दूसरा कर्नाटक के करकला शहर में. नायक को एसीबी ने गिरफ्तार किया था.

ये भी पढ़ें:- हाउसहेल्प ने कराई हमलावर की एंट्री, सैफ पर हमले केस में पुलिस का बड़ा दावा

लेकिन दया नायक के खिलाफ साल 2009 में तत्कालीन पुलिस महानिदेशक एसएस विर्क ने मुकदमा चलाने की इजाजत देने से इंकार कर दिया था. साल 2010 में सुप्रीम कोर्ट ने उनके खिलाफ मकोका के तहत लगे सभी आरोपों को रद्द कर दिया. और फिर जून 2012 में उन्हें फिर से बहाल कर दिया गया.

वीडियो: सैफ अली खान पर चाकू से हमला, बांद्रा के घर और पटौदी पैलेस की पूरी कहानी!

Advertisement

Advertisement

()