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राजस्थान के ब्यावर में लड़कियों के यौन शोषण मामले में पूर्व पार्षद सहित 11 अरेस्ट, ये मामला है क्या?

इस मामले में पांच सर्वाइवर्स के परिवार के सदस्यों ने शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके आधार पर तीन नाबालिगों सहित 11 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. आरोप लगाया गया है कि आरोपियों ने सोशल मीडिया के जरिए लड़कियों से संपर्क किया. जिसके बाद उन्हें चीन के बने मोबाइल फोन गिफ्ट में दिए और उनका यौन शोषण किया.

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Rajasthan Beawar case region tense after charges of sexual exploitation of schoolgirls
जब्त किए गए मोबाइल फोन्स को जांच के लिए राज्य फोरेंसिक लैब में भेज दिया गया है. (फोटो- इंडिया टुडे)
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प्रशांत सिंह
27 फ़रवरी 2025 (Published: 08:25 PM IST) कॉमेंट्स
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राजस्थान के ब्यावर जिले (Rajasthan Beawar case) में स्कूली लड़कियों का यौन शोषण और उनके धर्मांतरण की कोशिश करने का मामला सामने आया है. ये मामला ब्यावर के मसूदा शहर का है. अब मसूदा और उसके आस-पास के इलाकों में बाजार बंद कर दिए गए. इलाके में रैलियां निकाली जा रही हैं. पुलिस ने एक पूर्व पार्षद सहित कई लोगों को हिरासत में भी ले लिया है.

तीन नाबालिगों सहित 11 के खिलाफ FIR

इंडिया टुडे ने समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से बताया कि मामले में पांच सर्वाइवर्स के परिवार के सदस्यों ने शिकायत दर्ज कराई थी. जिसके आधार पर तीन नाबालिगों सहित 11 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है. रिपोर्ट के अनुसार, लड़कियों के रिश्तेदारों ने आरोप लगाया है कि आरोपियों ने सोशल मीडिया के जरिए लड़कियों से संपर्क किया. जिसके बाद उन्हें चीन के बने मोबाइल फोन गिफ्ट में दिए और उनका यौन शोषण किया.

पुलिस अधिकारियों ने जानकारी दी कि कुछ पीड़ितों ने आरोपियों पर उन्हें ब्लैकमेल करके, उनका धर्म परिवर्तन कराने का भी आरोप लगाया है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक डीएसपी सज्जन सिंह ने जानकारी दी कि इस मामले में कथित संलिप्तता के चलते पूर्व वार्ड पार्षद हकीम कुरैशी को भी गिरफ्तार किया गया है. कोटडा इलाके के एक कोर्ट ने कुरैशी को पांच दिनों की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है. सज्जन सिंह ने कहा,

"हमें 11 में से तीन की न्यायिक हिरासत मिल गई है. जबकि नाबालिगों को जुवेनाइल डिटेंशन सेंटर में भेज दिया गया है."

मामले में लुकमान, सोहेल मंसूरी, रयान मोहम्मद और अफराज नाम के चार आरोपियों को पांच दिन की पुलिस रिमांड के बाद 23 फरवरी को ही न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यौन शोषण मामले में सांप्रदायिक पहलू ने ब्यावर जिले में स्थिति को तनावपूर्ण बना दिया है. सभी आरोपी एक विशेष समुदाय से हैं, जबकि लड़कियां दूसरे समुदाय से है.

रिपोर्ट के मुताबिक एक पीड़िता ने बताया कि आरोपी लड़के कुछ प्राइवेट तस्वीरों का इस्तेमाल करके उन्हें ब्लैकमेल कर रहे थे. लड़की ने कहा कि 14-15 साल के लड़के सेक्सटॉर्शन रैकेट का हिस्सा थे. उसकी क्लास की पांच लड़कियां सर्वाइवर्स में शामिल हैं. पीड़िता ने इस बात को भी नहीं नकारा कि मामले में कुछ और लड़कियां ऐसी होंगी, जिन्हें भी निशाना बनाया गया होगा.

मसूदा, बिजयनगर, केकड़ी और सरवाड़ सहित ब्यावर जिले के कई इलाकों में बाजार बंद हैं. कई संगठनों ने आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग को लेकर इलाके में रैलियां भी निकाली हैं.

DSP ने क्या बताया?

डीएसपी सिंह ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि अभी तक आरोपियों के फोन पर सर्वाइवर्स की कोई भी आपत्तिजनक तस्वीर नहीं मिली है. जब्त किए गए मोबाइल फोन्स को जांच के लिए राज्य फोरेंसिक लैब में भेज दिया गया है. पुलिस को अभी तक सर्वाइवर्स की मेडिकल रिपोर्ट नहीं मिली है. मामले में पहली FIR 16 फरवरी को दो परिवारों की शिकायतों के आधार पर दर्ज की गई थी. जबकि बाद में तीन अन्य परिवारों ने भी इसी तरह के आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी.

अशोक गहलोत ने भाजपा पर निशाना साधा

18 फरवरी को राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महिला सुरक्षा को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने ब्यावर और टोंक में लड़कियों के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार की घटनाओं का जिक्र भी किया. गहलोत ने X पर एक पोस्ट में कहा,

"क्या भाजपा शासन में असुरक्षा के कारण लड़कियां घर से निकलना बंद कर देंगी?"

मामले को लेकर गवर्नर हरिभाऊ बागड़े ने कहा है कि लड़कियों को इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि वो "एक हिन्दू संगठन से जुड़ी हुई हैं". इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक 24 फरवरी को झुंझुनू जिले के नवलगढ़ में एक स्कूल में छात्रों को संबोधित करते हुए राज्यपाल बागड़े ने कहा,

"आपने लड़कियों को इसलिए निशाना बनाया क्योंकि वे हिंदू संगठन में हैं. अब ये नहीं चलेगा क्योंकि ये भारत है... जो लोग आपको बुरी नज़र से देखते हैं, उन्हें भी सीधे आंखों में देखो... ईंट का जवाब पत्थर से दो. जो डर गए, वो दूसरे धर्म में गए. जो नहीं डरे, वो आज हिंदू हैं."

रिपोर्ट के मुताबिक आरोपियों के परिवारों और स्थानीय जामा मस्जिद को "अतिक्रमण" नोटिस जारी कर दिए गए हैं. पुलिस मामले की पूरी पड़ताल करने में लगी है. आगे जो भी जानकारी आएगी, उसकी अपडेट हम आपसे साझा करेंगे.

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