राज ठाकरे 6 साल बाद 'मातोश्री' पहुंचे, भाई उद्धव ठाकरे को गले लगाकर दी जन्मदिन की बधाई
Raj Thackeray Met Uddhav Thackeray: यह मुलाकात उद्धव ठाकरे के जन्मदिन के मौके पर हुई. इस दौरान राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे को गले लगाया. इसके बाद गुलदस्ता देकर जन्मदिन की बधाई दी.

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे 6 साल बाद अपने चचेरे भाई और शिवसेना (UBT) चीफ उद्धव ठाकरे के घर ‘मातोश्री’ गए. यह मुलाकात उद्धव ठाकरे के जन्मदिन के मौके पर हुई. इस दौरान राज ठाकरे ने उद्धव ठाकरे को गले लगाया. इसके बाद गुलदस्ता देकर जन्मदिन की बधाई दी. बता दें कि लंबे समय से ठाकरे भाइयों के बीच रिश्ते अच्छे नहीं थे. लेकिन मराठी भाषा विवाद में दोनों भाई एक-दूसरे के साथ नजर आए. अब घर पर हुई इस मुलाकात के बाद महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज हो गई है.
इंडिया टुडे से जुड़े अभिजीत करंडे की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार, 27 जुलाई को राज ठाकरे, उद्धव ठाकरे के घर ‘मातोश्री’ पहुंचे. राज ठाकरे की गाड़ी जैसे ही ‘मातोश्री’ के गेट पर पहुंची, तो कार्यकर्ता 'जय महाराष्ट्र' के नारे लगाने लगे. राज ठाकरे से मिलते ही उद्धव ठाकरे ने उन्हें गला लगा लिया. इसके बाद राज ठाकरे ने गुलदस्ता देते हुए उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं. दोनों भाइयों के बीच ये मुलाकात करीब 20 मिनट चली.

रिपोर्ट के मुताबिक, इससे पहले राज ठाकरे 6 साल पहले साल 2019 में ‘मातोश्री’ गए थे. तब उन्होंने उद्धव ठाकरे परिवार को अपने बेटे अमित ठाकरे की शादी में आने का न्योता दिया था. इससे पहले राज ठाकरे 2012 में ‘मातोश्री’ गए थे. तब शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे बीमार थे.
हालांकि, 5 जुलाई को मुंबई के वर्ली डोम में एक रैली में दोनों नेता साथ नजर आए थे. ऐसा 20 साल बाद हुआ, जब उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे दोनों किसी रैली में एक साथ दिखाई दिए. यह मुलाकात महाराष्ट्र में हिंदी-मराठी भाषा विवाद के बीच हुई थी. दोनों नेताओं ने ‘मराठी विजय रैली’ का मंच साझा किया था. इस दौरान राज ठाकरे ने कहा था कि जो काम बाला साहेब ठाकरे या कोई और नहीं कर पाया, वो देवेंद्र फडणवीस ने करके दिखाया. उन्होंने कहा था कि फडणवीस ने दोनों ठाकरे भाइयों को एक मंच पर ला दिया.
उस रैली में उद्धव ठाकरे ने कहा था,
हम साथ रहेंगे. हम साथ रहने के लिए साथ आए हैं. इन्होंने (विरोधी दलों ने) इस्तेमाल करो और फेंक दो की नीति शुरू कर दी है. अब हम तुम्हें बाहर निकाल देंगे. तुम सबके स्कूल खोज रहे हो. मोदी किस स्कूल में जाते हैं? हिंदुत्व एकाधिकार नहीं है. हम सबसे ज्यादा जड़ जमाए हुए हिंदू हैं. आपको हमें सिखाने की जरूरत नहीं है.
मुंबई में 92 के दंगों में मराठी लोगों ने ही हिंदुओं को बचाया था. फडणवीस ने कहा कि वो गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं करेंगे. लेकिन अगर अपनी भाषा के लिए लड़ना गुंडागर्दी है, तो हां हम गुंडे हैं.
शिवसेना (UBT) विपक्ष के इंडिया गठबंधन का हिस्सा है, जिसमें कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) शामिल हैं. हालांकि, चर्चा है कि उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) और राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) मिलकर बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) का चुनाव लड़ सकते हैं.
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