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'RSS रजिस्टर्ड नहीं, टैक्स भी नहीं देता, चंदा-वेतन कहां से आते हैं', संघ पर प्रियांक खरगे का फिर हमला

प्रियांक खरगे ने कहा कि जब RSS रजिस्टर्ड नहीं है, तो मोहन भागवत को प्रधानमंत्री और गृह मंत्री जैसी सुरक्षा क्यों दी जाती है?

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India Today
कर्नाटक सरकार के मंत्री प्रियांक खरगे. (India Today)
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सौरभ
3 नवंबर 2025 (Published: 07:30 PM IST)
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कर्नाटक के मंत्री और कांग्रेस नेता प्रियांक खरगे ने एक बार फिर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को निशाने पर लिया है. उन्होंने RSS पर ‘टैक्स चोरी’ का आरोप लगाया. प्रियांक खरगे ने कहा कि यह संगठन ‘देश की सेवा’ का दावा तो करता है, लेकिन उसके पास कोई जवाबदेही नहीं है.

प्रियांक ने आरोप लगाया कि संघ ने टैक्स से बचने के लिए खुद को संस्था के तौर पर रजिस्टर्ड नहीं कराया. उन्होंने सवाल उठाए कि RSS को चंदा कौन देता है और प्रचारकों का वेतन कहां से आता है. कांग्रेस नेता ने कहा,

RSS के पूरे समय काम करने वाले प्रचारकों को कौन वेतन देता है और संगठन के रोज़मर्रा के काम व ‘सामाजिक’ अभियानों के लिए पैसा कहां से आता है? इसके चंदे कहां से आते हैं और दानदाता कौन हैं? अगर RSS रजिस्टर्ड नहीं है और जवाबदेह भी नहीं है, तो क्या यह जांच और टैक्स से बचने का तरीका नहीं है, जबकि दावा यह किया जाता है कि यह देश की सेवा करता है?

प्रियांक खरगे ने आरोप लगाया कि RSS रजिस्टर्ड संस्था नहीं है और उसके कामकाज में पारदर्शिता की कमी है. उन्होंने X पर लिखा,

RSS ने आधिकारिक रूप से लिखित में कहा है कि वह एक रजिस्टर्ड संस्था नहीं है. अगर RSS सच में देश की निस्वार्थ सेवा करता है, तो फिर यह बाकी लाखों NGO की तरह रजिस्ट्रेशन क्यों नहीं कराता जो पारदर्शी और कानूनी तरीके से काम करते हैं?

इसके अलावा खरगे ने संघ प्रमुख को मिलने वाली सिक्योरिटी पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा,

जब यह संस्था रजिस्टर्ड नहीं है, तो इसके प्रमुख को प्रधानमंत्री और गृह मंत्री जैसी “Advanced Security Liaison” सुरक्षा क्यों दी जाती है? RSS प्रमुख की सुरक्षा पर जनता के टैक्स का पैसा क्यों खर्च हो रहा है?

मोहन भागवत को पहले Z+ सिक्योरिटी मिलती थी. लेकिन अगस्त 2024 में सरकार ने उनकी सुरक्षा को बढ़ाकर ASL कर दिया. 

पिछले कुछ समय से प्रियांक खरगे संघ पर लगातार हमलावर रहे हैं. इससे पहले अक्टूबर में उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया को पत्र लिखकर सरकारी परिसरों में RSS की गतिविधियों पर बैन लगाने की मांग की थी.

वीडियो: गाजियाबाद की सोसाइटी में RSS की शाखा को लेकर बवाल, वीडियो वायरल

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