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पाकिस्तान ने अपने सैनिकों पर हमले में भारत का हाथ बताया, विदेश मंत्रालय ने कायदे से सुना दिया

28 जून को हुए आत्मघाती हमले के पीछे Pakistan ने India का हाथ बताया है. ये हमला हालिया महीनों में North Waziristan में सबसे घातक माना जा रहा है. इससे इलाके के सुरक्षा हालात पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं.

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पाकिस्तान के उत्तरी वजीरिस्तान में हमला हुआ. (Photo: AP/File)
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मौ. जिशान
29 जून 2025 (Updated: 29 जून 2025, 05:18 PM IST) कॉमेंट्स
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पाकिस्तान ने उत्तरी वजीरिस्तान में हुए घातक आत्मघाती हमले के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया है. वहीं, भारत ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है. यह हमला शनिवार, 28 जून को खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के उत्तरी वजीरिस्तान में एक सैन्य काफिले को निशाना बनाकर किया गया. इस हमले में 13 पाकिस्तानी सैनिकों की मौत हो गई और 10 सैनिक घायल हो गए. इनके अलावा 19 आम नागरिक भी इस हमले में घायल हुए हैं.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, हमले की जिम्मेदारी हाफिज गुल बहादुर ग्रुप के आत्मघाती दस्ते ने ली है, जिसका प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के साथ जुड़ाव है. इस हमले को हालिया महीनों में उत्तरी वजीरिस्तान में सबसे घातक माना जा रहा है. इससे इलाके के सुरक्षा हालात पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं.

इस बीच पाकिस्तान सेना की तरफ से जारी बयान में इस हमले के पीछे भारत का हाथ होने का आरोप लगाया गया. इसके जवाब में भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने रविवार, 29 जून को एक कड़ा बयान जारी करते हुए इन आरोपों को खारिज कर दिया. विदेश मंत्रालय ने कहा,

"हमने पाकिस्तान सेना का आधिकारिक बयान देखा है, जिसमें 28 जून को वजीरिस्तान में हुए हमले के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया गया है. हम इस बयान को उस तिरस्कार के साथ खारिज करते हैं जिसके वह लायक है."

पाकिस्तान लंबे समय से अपने पश्चिमी सीमावर्ती इलाकों में आतंकवादी हमलों की बढ़ती घटनाओं से जूझ रहा है. 2021 में अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के बाद से पाकिस्तान में खासकर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान प्रांतों में हिंसक घटनाओं में तेजी के साथ इजाफा हुआ है.

न्यूज एजेंसी AFP के मुताबिक, इस साल अब तक खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में सरकार विरोधी हमलों में लगभग 290 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें ज्यादातर सुरक्षा बलों के जवान हैं.

ग्लोबल टेररिज्म इंडेक्स 2025 के अनुसार, पाकिस्तान आतंकवाद से प्रभावित देशों की सूची में दूसरे स्थान पर है. देश में बीते एक साल में आतंकी घटनाओं में 45 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 1,081 लोगों की जान गई है.

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