छात्रों ने पैर नहीं छुए तो टीचर ने कर दी पिटाई, बच्चे का हाथ टूटने के बाद टीचर सस्पेंड
टीचर को उम्मीद थी कि जब वो स्कूल जाएंगी तो बच्चे पैर छूकर उन्हें सम्मान देंगे, लेकिन बच्चे पैर छूना भूल गए. इस बात से वो इतना नाराज हो गईं कि उन्होंने कथित तौर पर बांस की छड़ी से छात्रों को बेरहमी से पीटा. क्या है पूरा मामला?

ओडिशा (Odisha) के मयूरभंज जिले में एक शिक्षिका ने 31 बच्चों की सिर्फ इसलिए पिटाई कर दी, क्योंकि बच्चों ने उनके पैर नहीं छुए थे. आरोप है कि इस पिटाई की वजह से एक बच्चे के हाथ में फ्रैक्चर हो गया है और कई बच्चे घायल हो गए हैं. फिलहाल, जांच के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है.
क्या है पूरा मामला?द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, यह मामला मयूरभंज के खंडादेउला के सरकारी उच्च प्राथमिक विद्यालय का है. 11 सितंबर को असिस्टेंट टीचर सुकांति स्कूल देर से पहुंची थीं. उन्हें उम्मीद थी कि जब वो स्कूल जाएंगी तो बच्चे पैर छूकर उन्हें सम्मान देंगे. लेकिन बच्चे पैर छूना भूल गए. इससे वो इतना नाराज हो गईं कि उन्होंने छठी, सातवीं और आठवीं कक्षा के छात्रों की कक्षाएं लेते हुए उनसे पूछा कि प्रार्थना के बाद उन्होंने पैर छूकर सम्मान क्यों नहीं दिया.
जब कुछ छात्रों ने स्वीकार किया कि उन्होंने उनके पैर नहीं छुए थे, तो सुकांति ने कथित तौर पर उन्हें बांस की छड़ी से बेरहमी से पीटा. इस मारपीट में कई छात्र घायल हो गए और एक बच्चे के हाथ में फ्रैक्चर हो गया. घटना की जानकारी जैसे ही बच्चों को पैरेंट्स को मिली, वो भड़क गए. उन्होंने प्रिंसिपल से शिकायत की. प्रिंसिपल की इस शिकायत की सूचना BEO यानी ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को दी गई.
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अधिकारियों ने बताया कि जांच के दौरान पैरेंट्स, प्रिंसिपल और घायल छात्रों से बातचीत की गई. यह बात सामने आई कि टीचर के पैर न छूने पर तीन कक्षाओं के कुल 31 छात्रों की पिटाई की गई थी. BEO ने आगे कहा,
छात्रों को बांस की छड़ी से पीटा गया. मैंने खुद कई बच्चों के हाथों पर चोट के निशान देखे. एक बच्चे को प्राथमिक उपचार देना पड़ा और एक लड़की तो कुछ देर के लिए बेहोश भी हो गई.
उन्होंने जोर देकर कहा कि ओडिशा के सभी स्कूलों में शारीरिक दंड पर सख्त पाबंदी है. उन्होंने कहा कि शिक्षक छात्रों को नहीं पीट सकते. इसके बाद टीचर सुकांति पर एक्शन लिया गया और उन्हें सस्पेंड कर दिया है. इस पूरे मामले पर आरोपी टीचर का कहना है कि उन्हें ऐसा करने के लिए उकसाया गया था. दावा किया कि बच्चे उनका मजाक बना रहे थे इसलिए उन्होंने ये कदम उठाया.
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