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‘दंतेवाड़ा नक्सल अटैक’ के मास्टरमाइंड भूपति ने हथियार डाले, 60 नक्सली भी आए सरेंडर करने

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के सीनियर नेता Bhupati ने सरेंडर कर दिया है. भूपति को कई बड़े हमलों का मास्टरमाइंड माना जाता था. महाराष्ट्र, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में उस पर 7 करोड़ रुपये से ज्यादा का इनाम है. कौन है Malloujula Venugopal Rao उर्फ भूपति?

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Naxalite leader Bhupati surrenders Maharashtra Malloujula Venugopal Rao
भूपति पर 7 करोड़ से ज्यादा का इनाम है. (फोटो: इंडिया टुडे)
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अर्पित कटियार
15 अक्तूबर 2025 (Published: 08:20 AM IST)
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भारत में नक्सल आंदोलन को एक और बड़ा झटका लगा है. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के सीनियर नेता भूपति ने सरेंडर कर दिया है. मल्लाजोलु वेणुगोपाल राव (Malloujula Venugopal Rao) उर्फ भूपति ने अपने 60 कार्यकर्ताओं के साथ 13 और 14 अक्टूबर की दरमियानी रात महाराष्ट्र पुलिस के सामने हथियार डाल दिए. बताते चलें कि भूपति को कई बड़े हमलों का मास्टरमाइंड माना जाता था. महाराष्ट्र, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में उन पर 7 करोड़ रुपये से ज्यादा का इनाम है.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों का कहना है कि बुधवार, 15 अक्टूबर को भूपति, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सामने गढ़चिरौली में औपचारिक रूप से आत्मसमर्पण करेंगे. माओवादियों ने 54 हथियार सौंपे, जिनमें सात AK-47, छह SLR और छह इंसास राइफलें शामिल हैं.

कौन है मल्लाजोलु वेणुगोपाल राव उर्फ भूपति?

70 साल के भूपति को अभय और सोनू के नाम से भी जाना जाता है. वे प्रतिबंधित संगठन भाकपा (माओवादी) की संस्था पोलित ब्यूरो के सदस्य रहे हैं और गढ़चिरौली में दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रभारी थे. उन्होंने इस संगठन के सेंट्रल मिलिट्री कमीशन का भी नेतृत्व किया था, जो महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित घने जंगलों वाले अबूझमाड़ से ऑपरेट होता था, जिसे नक्सलियों का गढ़ माना जाता है.

वेणुगोपाल राव उर्फ भूपति, तेलंगाना के पेड्डापल्ली से कॉमर्स ग्रेजुएट हैं. 2010 में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए सीनियर नक्सली नेता मल्लाजोलु कोटेश्वर राव उर्फ ​​किशनजी उनके बड़े भाई थे. उनकी पत्नी तारक्का उर्फ विमला सदाम ने भी 2018 में गढ़चिरौली पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था.

कई बड़े हमलों का मास्टरमाइंड

सुरक्षा बलों का मानना ​​है कि भूपति कई बड़े हमलों का मास्टरमाइंड थे, जिनमें 2010 में दंतेवाड़ा में CRPF जवानों पर हुआ हमला भी शामिल है. इस हमले में 76 जवान शहीद हो गए थे. उन पर हत्या, हत्या के प्रयास, सुरक्षा बलों पर हमले और आगजनी जैसे कई आरोप हैं. महाराष्ट्र, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में उन पर 7 करोड़ रुपये से ज्यादा का इनाम है.

ये भी पढ़ें: पहली बार सीजफायर चाहते हैं नक्सली, सामने आई चिट्ठी, सरकार से मांगा 1 महीने का समय

सरेंडर करने की वजह?

द हिंदू की रिपोर्ट के मुताबिक, एक पदाधिकारी ने बताया, 

भूपति नक्सली आंदोलन के मास्टरमाइंड थे. वे आंदोलन में दूसरे नंबर के नेता थे और महासचिव बनने वाले थे. अपनी पत्नी के आत्मसमर्पण के बाद से ही वे खुलेआम आत्मसमर्पण करने और मुख्यधारा में शामिल होने की बात करते रहे थे. वे आंदोलन के तौर-तरीकों और पार्टी के रुख बदलने से नाखुश थे.

सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 1980 में महाराष्ट्र में उग्रवाद शुरू होने के बाद से 1,522 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है. 4,123 को गिरफ्तार किया गया है और 347 माओवादी अभियानों में मारे गए हैं.

वीडियो: क्या भारत से नक्सली खत्म होने वाले हैं? वायरल हो रही चिट्ठी में क्या लिखा है?

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