चूहों के हमले के बाद बच्ची की मौत, पिता ने कहा- 'अस्पताल वाले अंत तक छिपाते रहे... '
इंदौर के महाराजा यशवंतराव अस्पताल की ये घटना है. परिजनों ने बताया कि जब वे बच्ची को अस्पताल में छोड़कर निकले थे, तब उसकी हालत ठीक थी. जबकि स्थानीय आदिवासी कार्यकर्ताओं ने उन्हें बताया कि बच्ची को चूहे ने काट लिया था और कुछ दिनों बाद उसकी मौत हो गई.
_(2).webp?width=210)
बीते दिनों इंदौर के महाराजा यशवंतराव अस्पताल (MYH) में चूहों के काटने के बाद दो बच्चों की मौत हो गई थी. जिसके बाद अस्पताल प्रशासन पर गंभीर सवाल उठने लगे. अब परिजनों ने दावा किया है कि अस्पताल की तरफ से उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई थी. जबकि स्थानीय आदिवासी कार्यकर्ताओं ने उन्हें बताया कि बच्ची को चूहे ने काट लिया था और कुछ दिनों बाद उसकी मौत हो गई.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य प्रदेश के धार जिले के सरदारपुर निवासी देवराम और मंजू बताते हैं कि उन्होंने अपनी नवजात बेटी की खबर का कई दिनों तक बेसब्री से इंतजार किया, जिसे गंभीर जन्मजात समस्याओं के साथ ICU में भर्ती कराया गया था. उनकी बेटी उन दो शिशुओं में शामिल थी जिन्हें इस हफ्ते की शुरुआत में इंदौर के महाराजा यशवंतराव अस्पताल में चूहों ने काटा था. दोनों शिशुओं की मौत हो गई, एक की 2 सितंबर को और दूसरे की 3 सितंबर को.
‘एडमिट होने से पहले अच्छी हालत में थी बेटी’रिपोर्ट के मुताबिक, जब इसकी जानकारी देवराम और मंजू को मिली तो उन्होंने जय आदिवासी युवा शक्ति समूह के कार्यकर्ताओं के साथ अस्पताल से जुड़े MGM मेडिकल कॉलेज के बाहर धरना दिया. माता-पिता ने बताया कि अस्पताल ने वादा किया था कि सर्जरी के बाद उनकी नवजात बेटी की हालत में सुधार होने पर वे उनसे संपर्क करेंगे. मंजू ने कहा,
जब मैं अस्पताल से निकली, तो मेरी बेटी अच्छी हालत में थी. वह कमज़ोर नहीं थी… हमें बताया गया था कि उसे सर्जरी की जरूरत है और वह ठीक हो जाएगी. अस्पताल प्रशासन ने कहा था कि वे हमें फोन करेंगे, लेकिन हमें कुछ नहीं मिला... हमने सोचा था कि सर्जरी के बाद, आखिरकार मेरी बेटी मेरी गोद में होगी.
वहीं, बच्ची के पिता देवराम ने बताया कि वे दो दिन तक ICU के बाहर इंतजार करते रहे, लेकिन न तो उन्हें उसे देखने दिया गया और न ही डॉक्टर से मिलने दिया गया. उन्होंने आगे कहा,
इसके बाद, पैसे की कमी के कारण हम गांव लौट आए. हाल ही में हमें खबर मिली कि चूहे के काटने से हमारी बेटी की मौत हो गई है. जब मैं अस्पताल से निकला था, तब मेरी बेटी की हालत ठीक थी. हमें बताया गया था कि उसका ऑपरेशन होगा और वह ठीक हो जाएगी.
ये भी पढ़ें: MP के अस्पताल में चूहों के काटने के बाद एक और बच्चे की मौत, राहुल गांधी बोले- ‘ये हत्या है’
अस्पताल ने लिया एक्शनMGM मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अरविंद घनगोरिया ने अस्पताल की नाकामी स्वीकार की. लेकिन मौत का कारण चूहे के काटने से होने की बात को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि बच्ची की मौत चूहे के काटने से नहीं हुई है. उसे चूहे ने काटा था और सभी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है. उन्होंने आगे कहा,
मौत के समय मृतका के माता-पिता मौजूद नहीं थे, इसलिए हमें प्रक्रिया के अनुसार अन्य मेडिकल स्टाफ के साथ पुलिस को सूचित करना पड़ा कि बच्ची के माता-पिता मौत के समय मौजूद नहीं थे.
बताते चलें कि अस्पताल ने दो शिशुओं को चूहों के काटने की घटना के बाद दो नर्सिंग अधिकारियों को निलंबित कर दिया है और एक नर्सिंग अधीक्षक को हटा दिया है. वहीं, नर्सिंग ऑफिसर इन चार्ज और बाल चिकित्सा विभाग के प्रमुख को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
वीडियो: इंदौर के अस्पताल में नवजात बच्चों को चूहों ने कुतरा, मौत पर क्या बोले राहुल गांधी?