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80 मेडिकल छात्राओं ने डॉक्टर पर लगाया उत्पीड़न का आरोप, बचाव में सीनियर डॉक्टर उतर आए

Madhya Pradesh: डॉ. अशरफ अली के सस्पेंड होने के बाद डॉक्टर एसोशिएशन और नर्सिंग स्टाफ आमने-सामने आ गए हैं. डॉक्टर एसोशिएशन का कहना है कि डॉ. अशरफ अली को अपना पक्ष रखने का मौका नहीं दिया गया. क्या है पूरा मामला?

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mp rewa 80 nursing students harassment in medical college doctor suspended
ये मामला रीवा के श्याम शाह मेडिकल कॉलेज का है (फोटो: आजतक)
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विजय कुमार विश्वकर्मा
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16 जुलाई 2025 (Published: 01:28 PM IST) कॉमेंट्स
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मध्यप्रदेश के रीवा में मेडिकल कॉलेज की 80 छात्राओं ने सीनियर डॉ. अशरफ अली पर उत्पीड़न का आरोप लगाया. जिसके बाद कॉलेज प्रशासन ने उन्हें निलबिंत कर दिया. अब डॉक्टर एसोशिएशन, डॉ. अशरफ अली के समर्थन में उतर आया है. डॉक्टरों की मांग है कि डॉ. अशरफ अली को अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाए.

क्या है पूरा मामला?

आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, मामला रीवा के श्याम शाह मेडिकल कॉलेज का है. B.Sc नर्सिंग सेकंड ईयर की 80 छात्राओं ने सामूहिक रूप से सीनियर डॉ. अशरफ अली पर उत्पीड़न का आरोप लगाया. छात्राओं का आरोप है कि जब वे क्लिनिकल प्रैक्टिस के लिए हॉस्पिटल जाती हैं, तो डॉ. अशरफ उनसे अपमानजनक बातें करते हैं और उनका उत्पीड़न करते हैं. उन्होंने दावा किया कि डॉक्टर के सामने वे अपने आपको असहज और असुरक्षित महसूस करती हैं.

जब मामला सामने आया तो प्रिंसिपल ने डॉ. अशरफ अली के लिए हॉस्पिटल जाने पर रोक लगा दी. मामले की जांच के लिए जांच कमेटी गठित की गई. दूसरी तरफ, नर्सिंग स्टाफ ने डॉ. अशरफ अली के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और जूनियर डॉक्टर एसोशिएशन भी नर्सिंग स्टाफ के समर्थन में उतर आए.

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डॉक्टर्स एसोशिएशन ने की जांच की मांग

रिपोर्ट के मुताबिक, डॉ. अशरफ अली से इस मामले को लेकर जवाब मांगा गया. लेकिन कॉलेज प्रशासन ने दावा किया कि उनका जवाब संतोषजनक नहीं था. इसके बाद कॉलेज के डीन डॉ. सुनील अग्रवाल ने उन्हें निलंबित कर दिया. डॉ. अशरफ अली के निलंबन के साथ ही मामले में नया मोड़ आ गया. डॉक्टर एसोशिएशन और नर्सिंग स्टाफ आमने-सामने आ गए. 

डॉक्टर एसोशिएशन के सचिव पुष्पेंद्र शुक्ला का कहना है कि सह-प्राध्यापक डॉ. अशरफ अली को अपना पक्ष रखने का मौका नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि आरोपों की जांच होनी चाहिए. इसके बाद उनको निलंबित किया जाना चाहिए. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि अगर आरोप सही साबित होते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए.

वीडियो: मेडिकल कॉलेज की 80 छात्राओं के साथ हरामेंट, डॉक्टर पर लगाया आरोप

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