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CJI बीआर गवई पर वकील ने की जूता फेंकने की कोशिश, कहा- 'सनातन का अपमान...'

Supreme Court में हुई एक चौंकाने वाली घटना में वकील ने CJI BR Gavai पर जूता फेंकने की कोशिश की. हालांकि उसे तुरंत पकड़ लिया गया और सुरक्षाकर्मी उसे बाहर लेकर गए. जाते-जाते वह चिल्लाते हुए गया कि 'सनातन धर्म का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान'.

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lawyer tried to throw shoe at CJI BR Gavai in supreme court
CJI गवई पूरी घटना के दौरान शांत रहे और अदालत की कार्यवाही जारी रखने को कहा. (Photo: File/ITG)
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सचिन कुमार पांडे
6 अक्तूबर 2025 (Published: 01:42 PM IST)
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सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को एक वकील ने CJI बीआर गवई पर जूता फेंकने की कोशिश की. घटना के समय CJI गवई एक मामले की सुनवाई कर रहे थे. तभी एक वकील अचानक से जजों की सीट के पास गया और अपना जूता उतारकर चीफ जस्टिस बीआर गवई पर इसे फेंकने की कोशिश की. हालांकि वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत उसे रोक लिया और पकड़कर बाहर ले गए. बाहर जाते-जाते शख्स नारा लगा रहा था कि 'सनातन धर्म का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान'.

सीजेआई गवई इस घटना से जरा भी परेशान नहीं हुए और अदालत की कार्यवाही जारी रखने को कहा. उन्होंने वहां मौजूद वकीलों से कहा कि आप अपना ध्यान न भटकाएं. मैं इन सबसे परेशान नहीं होता. बार एंड बेंच की रिपोर्ट के अनुसार अचानक हुई इस असमान्य घटना से कोर्ट की कार्यवाही कुछ देर रुकी रही. सीजेआई पर हमले की कोशिश करने वाले शख्स को हिरासत में ले लिया गया है.

CJI के बयान से नाराज था शख्स

बताया जा रहा है कि आरोपी वकील खजुराहो के जवारी मंदिर से जुड़े मामले में CJI की ओर से की गई टिप्पणी से नाराज था. बता दें कि 17 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी कि मध्य प्रदेश के खजुराहो के जवारी मंदिर में भगवान विष्णु की मूर्ति का पुनर्निर्माण किया जाए. हालांकि सीजेआई गवई ने इस याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया था. उन्होंने इसे प्रचार के लिए की गई याचिका बताया था.

याचिका पर टिप्पणी करते हुए सीजेआई गवई ने कहा था कि जाइए और भगवान से कहिए कि वो इस मामले में खुद कुछ करें. अगर आप कह रहे हैं कि आप भगवान विष्णु के बहुत बड़े भक्त हैं, तो प्रार्थना करिए और थोड़ा मेडिटेशन करिए. आरोपी वकील कथित तौर पर उनकी इसी टिप्पणी से नाराज था. इस टिप्पणी पर उस समय भी विवाद उठा था, जिसके बाद सीजेआई ने सफाई दी थी कि वह सभी धर्मों का सम्मान करते हैं.

यह भी पढ़ें- CJI गवई बोले- 'भगवान से खुद ही कुछ करने को कहो', खजुराहो में टूटी मूर्ति बदलने की याचिका पर सुनवाई हो रही थी

क्या है मामला?

दरअसल, जावरी मंदिर मध्य प्रदेश के खजुराहो मंदिर परिसर का एक हिस्सा है. मंदिर समूह के पूर्वी हिस्से में स्थित इस विष्णु मंदिर में चतुर्भुज यानी चार भुजाओं वाले भगवान विष्णु की मूर्ति है. मूर्ति में धड़ का हिस्सा नहीं है यानी मूर्ति खंडित अवस्था में है. यह मूर्ति सदियों से इसी तरह मंदिर में विराजमान है. यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट द्वारा इसे संरक्षण भी मिला हुआ है.

पिछले महीने राकेश दलाल नाम के व्यक्ति ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करते हुए मांग की थी कि भगवान विष्णु की मूर्ति का सिर टूटा हुआ है, इसलिए इसके पुनर्निर्माण की आवश्यकता है. CJI गवई ने इससे इनकार करते हुए कहा था कि यह मंदिर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) के अधिकार क्षेत्र में है. ये एक पुरातात्विक खोज है, ASI ऐसा करने की अनुमति देगा या नहीं, इसमें कई मुद्दे हैं. ऐसे में यदि आप शैव धर्म के विरोधी नहीं हैं तो आप वहां जाकर पूजा कर सकते हैं. वहां एक बहुत बड़ा शिवलिंग है, जो खजुराहो स्थित सबसे बड़े शिवलिंगों में से एक है.

यह भी पढ़ें- खजुराहो के मंदिर में भगवान विष्णु का शीश तोड़ा गया या सच कुछ और है?

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