करूर हादसा: विजय ने सीधा सीएम स्टालिन को ललकारा, 'मेरे साथ जो करना हैं करें...'
विजय ने समर्थकों के प्यार के लिए आभार जताया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की. लेकिन वीडियो में उनका रुख आक्रामक था.

करूर हादसे ने तमिलनाडु की एमके स्टालिन सरकार और तमिलगा वेत्री कझगम (TVK) के चीफ विजय थलपति के बीच तनाव को बढ़ा दिया है. हादसे के बाद तीन दिनों तक सरकार ने मामले में सावधानी दिखाई. TVK पार्टी के नेताओं पर आपराधिक मामले दर्ज किए गए, लेकिन विजय को निशाना नहीं बनाया गया. हालांकि 30 सितंबर को विजय ने एक वीडियो जारी कर सरकार को चुनौती दे दी. उन्होंने सीएम एमके स्टालिन को सीधे ललकारा.
अभिनेता से नेता बने विजय ने अपने 4 मिनट 45 सेकंड के वीडियो में कहा,
“मैंने अपने जीवन में पहले कभी इतनी दर्दनाक स्थिति नहीं देखी.”
उन्होंने समर्थकों के प्यार और उनकी आशा के लिए आभार जताया. साथ ही शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की. लेकिन वीडियो में उनका रुख आक्रामक था. उन्होंने कहा,
“मुख्यमंत्री जी, अगर आप हम पर दोष लगाने को इतने उत्सुक हैं, तो आरोप मेरे ऊपर लगाइए. मेरे समर्थकों को टारगेट मत करिए. मैं अपने घर या ऑफिस में हूं. मेरे साथ जो चाहें करें.”
विजय ने करूर में हुई भगदड़ को क्राउड कंट्रोल की विफलता के बजाय राजनीतिक साजिश बताया. उन्होंने कहा,
“मैं पांच जिलों में प्रचार के लिए गया, लेकिन ये केवल करूर में क्यों हुआ? लोग सच जानते हैं. लोग सब कुछ देख रहे हैं. जब करूर के लोगों ने खुद सच उजागर किया, तो मुझे लगा जैसे स्वयं भगवान सच बोलने आए हों.”
TVK प्रमुख ने आरोप लगाया कि पुलिस उनकी पार्टी को अनुचित रूप से निशाना बना रही है. विजय ने कहा,
सरकार ने क्या बताया?“हमारे नेताओं, कार्यकर्ताओं और सोशल मीडिया से जुड़े लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई हैं.”
27 सितंबर को करूर में हुई भगदड़ के बाद से DMK सरकार ने मामले में सावधानी दिखाते हुए विजय को सीधे निशाना नहीं बनाया. पुलिस ने TVK के करूर जिला सचिव वीपी मथियाझगन, राज्य महासचिव ‘बसी’ आनंद और उप महासचिव निर्मल कुमार के खिलाफ मामले दर्ज किए. इसके बाद सीएम स्टालिन ने कहा कि रिटायर्ड जज अरुणा जगदीसन की कमेटी इसकी जवाबदेही तय करेगी.
लेकिन विजय के बयान ने DMK के इस रुख को चुनौती दे दी है. जवाब में सरकार ने चेन्नई में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें अतिरिक्त मुख्य सचिव पी अमुधा, ADGP डेविडसन देवासिरवथम और स्वास्थ्य सचिव पी सेंथिलकुमार ने प्रशासन की स्थिति का बचाव किया. उन्होंने कहा कि रैली वाली जगह 15 हजार लोगों के लिए थी. लेकिन विजय के आने की सूचना से वहां उम्मीद से ज्यादा लोग आ गए. अधिकारियों ने बिजली कटौती के आरोपों को भी खारिज किया.
वीडियो: करूर भगदड़ में 41 मौत, तमिलनाडु सरकार और विजय की पार्टी आपस में भिड़ीं