'भइया अब सांस फूल रही... ', विशाल मेगा मार्ट की आग में मरने वाले छात्र ने भाई को किया था मैसेज
Vishal Mega Mart Fire Student Death: दिल्ली के विशाल मेगा मार्ट में लगी आग में 25 वर्षीय छात्र धीरेंद्र समेत दो लोगों की मौत हो गई. आग लगने की वजह से धीरेंद्र लिफ्ट में फंस गया था और उसकी दम घुटने से मौत हो गई.

दिल्ली के करोल बाग में मौजूद विशाल मेगा मार्ट आउटलेट में शुक्रवार, 04 जुलाई को भीषण आग लग गई. इस आग में दो लोगों की मौत हो गई. इनमें से एक युवक का शव आग बुझाने के बाद बिल्डिंग की लिफ़्ट में पाया गया. युवक की पहचान 25 साल के धीरेंद्र प्रताप सिंह के रूप में हुई है, जो मूल रूप से यूपी के सोनभद्र जिले का रहने वाला था. धीरेंद्र के परिवार वालों का आरोप है कि अगर समय रहते उसे लिफ़्ट से निकाल लिया जाता, तो उसकी जान नहीं जाती.
हिंदुस्तान टाइम्स की ख़बर के मुताबिक़, इमारत की दूसरी मंजिल पर मौजूद आउटलेट में शुक्रवार, 04 जुलाई को शाम क़रीब साढ़े छह बजे आग लग गई. इस आग से कपड़ा, किराने का सामान और अन्य सामान भी जल गया. आग पर काबू पाने के लिए 13 दमकल गाड़ियां मौके पर भेजी गई थीं. जिन्होंने आग पर काबू पा लिया.
खोज और बचाव अभियान के दौरान फायर ब्रिगेड के अधिकारियों ने बताया कि इमारत में पर्याप्त वेंटिलेशन की कमी थी. आग लगने का सटीक कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है. लेकिन शुरुआती जांच के मुताबिक़, बिजली की खराबी या शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी होगी.
पुलिस कमिश्नर (सेंट्रल) निधिन वलसन ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया,
मृतक धीरेंद्र सिंह नौकरी की तलाश में इमारत में आया था. जब आग लगी, तो वो लिफ़्ट में फंस गया था. शुरुआत में ये स्पष्ट नहीं हो पाया कि वो नौकरी के इंटरव्यू के लिए शोरूम में आया था या उसे किसी अन्य मंजिल पर जाना था.

आजतक से जुड़े हिमांशु मिश्रा की ख़बर के मुताबिक़, धीरेंद्र के बड़े भाई और बड़ी बहन दिल्ली पहुंच गए हैं. घटना के वक़्त वो सोनभद्र में अपने घर में थे. धीरेंद्र के बड़े भाई ने बताया कि लिफ़्ट में फंसने के बाद वो लगातार मैसेज कर रहा था. वो मदद मांग रहा था. लेकिन किसी ने उसकी मदद नहीं की. धीरेंद्र के बड़े भाई के मुताबिक उसने शाम 6.51 बजे मैसेज भेजा था- 'मैं लिफ़्ट में हूं और फंस गया हूं. भइया अब मेरी सांस फूल रही है, कुछ करो.'
धीरेंद्र बीते पांच साल से दिल्ली में ही रहकर सिविल सर्विसेज़ की तैयारी कर रहा था. वो एक पीजी में रह रहा था. घटना से एक दिन पहले यानी गुरुवार, 3 जुलाई को वो सोनभद्र से दिल्ली पहुंचा था. धीरेंद्र की बड़ी बहन ने आरोप लगाया कि लापरवाही की वजह से उनके भाई की जान चली गई. अगर समय पर लिफ़्ट से धीरेंद्र को निकाला जाता, तो उसकी जान बच जाती.
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