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कांग्रेस सरकार को भी बुलडोजर एक्शन पसंद है? कर्नाटक के गृह मंत्री ने किस पर चलाने की बात कही?

Congress अब तक लोगों के घरों पर Bulldozer चलाने की कार्रवाइयों का विरोध करती आई है, लेकिन अब खुद Karnataka की कांग्रेस सरकार बुलडोजर चलाने की बात कह रही है. जानिए किस पर और क्यों एक्शन की बात कही जा रही है.

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Karnataka government to take bulldozer action against drug trafficker said home minister
गृह मंत्री जी परमेश्वर (दाएं) ने कहा है कि सरकार बुलडोजर एक्शन की तैयारी कर रही है. (Photo: ITG/File)
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सचिन कुमार पांडे
12 दिसंबर 2025 (Published: 12:15 PM IST)
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भाजपा सरकारों का 'बुलडोजर एक्शन' काफी चर्चा में रहा है. खासकर यूपी की योगी सरकार इसे लेकर काफी आगे रही है और इसके लिए उसे कई बार आलोचना का सामना भी करना पड़ा है. लेकिन अब कांग्रेस शासित राज्यों में भी बुलडोजर एक्शन की बात कही जाने लगी है. कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार अपराधियों के खिलाफ बुलडोजर चलाने की तैयारी कर रही है. यह कार्रवाई अवैध ड्रग्स के कारोबार से जुड़े लोगों पर की जा सकती है. राज्य के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा है कि वह ड्रग्स बेचने वालों के घर पर बुलडोजर चलाने के लिए तैयार हैं.

इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार गृह मंत्री ने कर्नाटक विधान परिषद में एक सवाल के जवाब में यह बात कही. उन्होंने बताया,

बहुत सारे विदेशी नागरिक, जिनमें से कई अफ्रीकी देशों से हैं, ड्रग्स की स्मगलिंग और तस्करी करते हुए पकड़े गए हैं. हमें नहीं पता कि वे इसे कैसे लाते हैं या सप्लाई करते हैं. हम उनकी मूवमेंट पर नज़र रख रहे हैं और उन मकान मालिकों की भी पहचान कर ली है, जिन्होंने इन लोगों को घर किराए पर दिए हैं. हम उन घरों पर भी बुलडोज़र चलाने के लिए तैयार हैं, जहां ड्रग्स बेचने वाले किराए पर रहते हैं.

‘यूनिवर्सल समस्या है ड्रग्स’

गृह मंत्री ने दुनिया भर में ड्रग्स के बढ़ते नेटवर्क और कारोबार पर चिंता जताई. उन्होंने विधान परिषद में जानकारी देते हुए बताया कि पिछले दो साल में ड्रग्स बेचने के आरोप में गिरफ्तार किए गए लगभग 300 विदेशी नागरिकों को डिपोर्ट किया गया है. उन्होंने कहा,

दुनिया भर में नारकोटिक्स का प्रोडक्शन, बिक्री और इस्तेमाल दिन-ब-दिन बढ़ रहा है. नारकोटिक्स से जुड़े अपराधियों के लिए बहुत फायदेमंद बिज़नेस बन गया है. इंटरस्टेट और इंटरनेशनल नेटवर्क इससे जुड़े हुए हैं. ये नेटवर्क दुनिया भर के लगभग सभी देशों में एक्टिव हैं, इसलिए यह समस्या यूनिवर्सल हो गई है.

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गृह मंत्री ने यह भी कहा कि अगर कोई पुलिस अधिकारी इस नेटवर्क में जुड़ा पाया गया, तो उस पर भी कार्रवाई होगी और उसे नौकरी से निकाला जाएगा. उन्होंने बताया कि राज्य में नारकोटिक्स को फैलने से रोकने और उससे निपटने के लिए एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस के अंडर एक एंटी-नारकोटिक्स टास्क फ़ोर्स बनाई गई है. उन्होंने कहा कि यह देश की पहली टास्क फोर्स है, जो खास तौर पर ड्रग्स से निपटने के लिए है और सभी जिलों का दौरा कर रही है.

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