काम की तलाश में गोवा आए थे झारखंड के दो भाई, क्लब में लगी आग ने परिवार का सहारा छीन लिया
Goa Night Club Fire: कुछ महीनों पहले ही दोनों भाई काम की तलाश में गोवा पहुंचे थे. जिस वक्त क्लब में आग तेजी से फैली, उस वक्त वे बेसमेंट में फंस गए और उनकी मौत हो गई. इस मामले में तीन सीनियर अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है.

गोवा नाइट क्लब अग्निकांड में जिन 25 लोगों की मौत हुई, उनमें झारखंड के रहने वाले दो सगे भाई भी शामिल थे. कुछ महीनों पहले ही वे अपने परिवार की मदद करने के लिए काम की तलाश में गोवा पहुंचे थे. जिस वक्त क्लब में आग तेजी से फैली, उस वक्त वे बेसमेंट में फंस गए और उनकी मौत हो गई. हादसे की खबर जैसे ही गांव पहुंची, पूरा परिवार टूट गया. मां-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है और गांव के लोग खामोशी में उनके शवों के लौटने का इंतज़ार कर रहे हैं.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों की पहचान रांची के फतेहपुर गांव के रहने वाले बिनोद महतो (19) और प्रदीप महतो (22) के रूप में हुई है. उनके चचेरे भाई संदीप महतो मौके पर पहुंचे और बताया कि परिवार सदमे में है. उन्होंने कहा,
हम बस अपने लड़कों को घर भेजने की कोशिश कर रहे हैं.
संदीप ने बताया कि दोनों भाइयों की शादी नहीं हुई थी. उन्होंने बताया कि कुल तीन भाई हैं. सबसे बड़ा भाई फागू महतो भी यहां पहुंच गया है, लेकिन बोलने की हालत में नहीं है. उन्होंने बताया कि गांव में परिवार के लोग शव का इंतज़ार कर रहे हैं.
प्रदीप और बिनोद के शव की पहचान करने वाले उसी गांव के एक दूसरे कर्मचारी निशांत साहू ने बताया कि आग लगने की खबर सुनकर वह और झारखंड के उसी गांव के लगभग 15-16 लोग अस्पताल पहुंचे थे. उन्होंने कहा,
हम सभी गोवा में काम करते हैं, लेकिन अलग-अलग जगहों पर. जैसे ही हमें घटना की खबर मिली, हम यहां आ गए.
साहू ने बताया कि बिनोद और प्रदीप के शव को अब झारखंड ले जाने की तैयारी की जा रही है. उन्होंने बताया कि सरकार रांची के लिए एक फ्लाइट की व्यवस्था कर रही है.
झारखंड के एक तीसरे कर्मचारी की मौत
झारखंड का रहने वाला एक तीसरा युवक मोहित मुंडा (18) भी इस क्लब में मौजूद था, जो प्रदीप और बिनोद के साथ ही काम करता था. उसकी भी हादसे में जान चली गई. मोहित के बड़े भाई विकास मुंडा ने बताया कि उन्होंने अपने भाई के शव की पहचान कर ली है और सोच रहे हैं कि वे इसे गांव कैसे ले जाएंगे. उन्होंने कहा,
जैसे ही मुझे आग लगने की सूचना मिली, मैं तुरंत उनसे मिलने आया. मेरे लिए यह सब देखना वाकई बहुत मुश्किल है.
मृतकों के परिजनों का कहना है कि वे प्रशासन से स्पष्ट जवाब चाहते हैं कि आखिर यह हादसा कैसे हुआ, जिसकी वजह से उनके अपने लोगों की जान गई.
CM सोरेन ने जताया दुखझारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गोवा के नाइट क्लब में लगी आग में हुई मौतों पर दुख जताया. उन्होंने ‘X’ पर लिखा,
गोवा के एक नाइट क्लब में देर रात लगी भीषण आग में कई लोगों की मौत की खबर बेहद दुखद है. मैं इस दुर्घटना में घायल हुए लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं.
शनिवार, 6 दिसंबर की रात को नॉर्थ गोवा के 'बर्च बाय रोमियो लेन' नाइट क्लब में भीषण आग लग गई, जिसमें 25 लोगों की मौत हो गई. इनमें से 14 लोगों की लाशों की पहचान हो गई है. 4 नई दिल्ली से आए टूरिस्ट थे, जबकि बाकी 10 वर्किंग स्टाफ थे, जो झारखंड और छत्तीसगढ़ से थे.
मैनेजर गिरफ्तार, तीन अधिकारी सस्पेंड
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने NDTV को बताया कि नाइट क्लब के जनरल मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया गया है. क्लब के मालिक के खिलाफ भी गिरफ्तारी वारंट जारी हो गया है. इसके अलावा, गोवा सरकार ने तीन सीनियर अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है. इन पर आरोप है कि उन्होंने 2023 में नाइट क्लब को चलाने की परमिशन दी थी.
वीडियो: दुनियादारी: हांगकांग अग्निकांड में 55 लोगों की मौत, इतनी बड़ी आग लगी कैसे?

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