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'गाली-फाली नहीं देते, भाषा ही यही है', गाली पर नीतीश के विधायक की ये दलील सुन माथा पकड़ लेंगे

Gopal Mandal Viral Video: बिहार के जेडीयू विधायक गोपाल मंडल का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें वह गाली को अपनी भाषा का हिस्सा बता रहे हैं.

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Gopal Mandal
गोपाल मंडल ने कहा कि गाली उनकी भाषा ही है (India Today)
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राघवेंद्र शुक्ला
28 जुलाई 2025 (Published: 01:44 PM IST) कॉमेंट्स
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‘भाषा तो बहता नीर है.’ कबीरदास ने कहा था. अब यह नीर नदी में बहे या किसी की जबान से. कैसी बहेगी ये कौन जानता है? जबान से बहती है तो जिसकी जबान है कम से कम उसका कंट्रोल तो है कि वह कैसी बहेगी. नदी की तरह साफ-सुथरी, सभ्य. या नाले की तरह ‘बदबू’ से भरपूर और बदरंग. चूंकि हिंदी के मशहूर साहित्यकार राम विलास शर्मा भी कहते हैं कि ‘भाषा संस्कृति का वाहन’ है तो बोलने वाले को चाहिए कि वो ध्यान रखे कि भाषा के साथ उसकी संस्कृति भी बहकर आती है लेकिन ये बात बिहार के इन विधायक महोदय को कौन समझाए?

वो कहते हैं कि गाली देना इनकी भाषा में ही है. ये ‘संस्कृति नहीं है’. वह किसी को ‘गाली-फाली’ नहीं देते हैं बल्कि ये तो 'उनकी' भाषा ही है. ‘उनकी’ से शायद उनका इशारा उनके क्षेत्र से या प्रदेश से ही है. अब ये खुद विधायक को तय करना चाहिए कि वह अपनी जिस ‘भाषा’ की ‘डींगें’ हांक रहे हैं कि वह उनके क्षेत्र का, प्रदेश का या उसकी संस्कृति का सम्मान बढ़ा रही है, या अपमान कर रही है?

कौन हैं विधायक?

जानना चाहते हैं तो चलिए ये भी बता देते हैं. ये वही विधायक हैं, जिनका चलती ट्रेन में पेट ‘गुड़-गुड़’ करने लगा था और वह अर्द्धनग्न होकर पूरे डिब्बे में घूमने लगते हैं. बिहार के गोपालपुर से सत्ताधारी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के विधायक हैं. नाम है गोपाल मंडल. ‘विवादित’ और ‘मसखरी’ वाले बयानों के लिए खासतौर पर जाने जाते हैं. सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो वायरल है. छोटा सा 10 सेकेंड का क्लिप है. इसमें वह अपनी ‘भाषा-संस्कृति’ पर दंभ भर रहे हैं. 'गाली-फाली' को अपनी भाषा का अभिन्न हिस्सा बता रहे हैं. वह कहते हैंः

ये हम लोग का भाषा ही है. कल्चर नहीं है. हम लोग का भाषा ही है एक बैग बोल देना ऐ (अपशब्द)… ई सब भाषा ही है. किसी को गाली-फाली नहीं देते हैं.

हालांकि, विधायक जी ने साफ नहीं किया कि ये भाषा सिर्फ ‘उनकी’ है या जिस प्रदेश या जिले से वो आते हैं, उसकी है. अगर वो पूरे ‘समाज की भाषा’ के बारे में कह रहे हैं तो जरूर उनकी जनता को इससे आपत्ति होगी. क्योंकि ‘गाली-फाली’ का भाषा का हिस्सा होना उसका सम्मान तो नहीं है बल्कि अपमान ही है. 

पहले भी रहे हैं विवादों में

गोपाल मंडल अपने ऐसे ही अतरंगी बयानों और हरकतों के चलते सुर्खियों में रहते हैं. इससे पहले होली के एक कार्यक्रम में वह अश्लील गाना गाते भी वायरल हुए थे. तब उन्होंने साफ झूठ बोलकर कह दिया था कि वहां 4 ठो माइक था और अश्लील गाना वह नहीं गा रहे थे. 

इनके बारे में और ज्यादा जानकारी चाहिए तो यहां पढ़ सकते हैंः 

कौन है नीतीश कुमार के विधायक गोपाल मंडल, जो अस्पताल में पिस्टल लहरा रहे थे?

एक कार्यक्रम में युवती के चेहरे पर नोट चिपकाते भी उनका वीडियो सामने आया. मंडल एक अस्पताल में पिस्टल लहराते भी दिखे थे. बाद में मीडिया के सामने इस पर सफाई देने की बजाय कहने लगे हैं, ‘हां रखे हैं पिस्टल. अभियो रखे हैं. दिखाएं.’

वीडियो: ऑटो ड्राइवर ने बुजुर्ग को टक्कर मारी, अस्पताल ले जाने की बात बोलकर सुनसान जगह फेंक गया

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