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जगदीप धनखड़ ने पेंशन के लिए राजस्थान में क्यों अप्लाई किया? हर महीने कितने रुपये मिलेंगे?

जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिया था.

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jagdeep dhankhar applies for assembly pension former vice president may get 42k monthly
जगदीप धनखड़ ने राजस्थान विधानसभा में पेंशन के लिए आवेदन किया है. (तस्वीर-इंडिया टुडे)
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सचेंद्र प्रताप सिंह
30 अगस्त 2025 (Updated: 30 अगस्त 2025, 03:48 PM IST)
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पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने राजस्थान विधानसभा में पेंशन के लिए आवेदन किया है. जगदीप धनखड़ साल 1993 से 1998 तक अजमेर जिले के किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक रहे हैं. इसी आधार पर उन्होंने पेंशन के लिए अप्लाई किया है. अगर स्वीकृति मिलती है तो उन्हें हर महीने लगभग 42 हजार रुपये महीने की पेंशन मिलेगी.

इंडिया टुडे से जुड़े शरत कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने इसकी पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि जगदीप धनखड़ के पेंशन का आवेदन विधानसभा को प्राप्त हो गया है. उन्होंने आगे जानकारी दी है कि उनके आवेदन पर प्रक्रिया जारी है. 74 साल के धनखड़ को लगभग 42 हजार रुपये हर महीने मिलेंगे. बता दें कि राजस्थान में मल्टी पेंशन की व्यवस्था है. यानी यदि कोई व्यक्ति सांसद और विधायक दोनों रह चुका है. तो उसे दोनों पदों की पेंशन मिलती है.

राजनीतिक इतिहास

जगदीप धनखड़ का राजनीतिक सफर लंबा रहा है. साल 1989 से 1991 तक झुंझुनू लोकसभा क्षेत्र से जनता दल से सांसद रहे. इसके बाद 1993 में कांग्रेस के टिकट पर अजमेर जिले के किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक चुने गए. वह 1998 तक विधायक रहे. वह 1998 में लोकसभा चुनाव भी लड़े, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. 1999 में शरद पवार ने कांग्रेस छोड़ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) बनाई. जगदीप धनखड़ ने कांग्रेस छोड़ शरद पवार की पार्टी ज्वाइन कर ली. हालांकि NCP में वो ज्यादा दिन टिके नहीं. साल 2000 में धनखड़ ने बीजेपी का दामन थाम लिया.

इसके बाद सालों तक राजनीतिक अज्ञातवास के बाद साल 2019 में धनखड़ को बीजेपी ने पश्चिम बंगाल का गवर्नर बना दिया. उसके बाद साल 2022 में उन्हें NDA ने उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाया. 6 अगस्त 2022 को धनखड़ ने कांग्रेस की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को हराकर उपराष्ट्रपति का चुनाव जीता. वहीं 21 जुलाई 2025 की शाम उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उनका कार्यकाल 2027 में खत्म होने वाला था. कार्यकाल तीन साल पूरा होने में 20 दिन बाकी ही थे कि उन्होंने राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंप दिया.

वीडियो: इस्तीफा देने के बाद से कहां हैं जगदीप धनखड़, गृहमंत्री अमित शाह ने बता दिया

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