हर 5 में 2 पद खाली... विमान सिक्योरिटी चेक करने वाली एजेंसी में लोगों की कमी, अब हुआ खुलासा
नागरिक विमानन सुरक्षा ब्यूरो (Bureau of Civil Aviation Security) पिछले कई सालों से कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है. लेटेस्ट आंकड़ों के मुताबिक फिलहाल 2027 पद खाली हैं. यानी लगभग हर पांच में से दो पद खाली हैं. ये संख्या पिछले चार सालों में सबसे ज्यादा है.

अहमदाबाद (Ahmedabad Plane Crash) में एयर इंडिया विमान हादसे के बाद से देश में हवाई सुरक्षा सवालों के घेरे में है. इन सवालों के बीच ‘सूचना का अधिकार’(RTI) से एक बड़ा खुलासा हुआ है. पता लगा है कि नागरिक विमानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार संस्था - नागरिक विमानन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS-Bureau of Civil Aviation Security) - कर्मचारियों की किल्लत से जूझ रही है.
इंडिया टुडे की ओर से दायर की गई RTI से ये खुलासा हुआ है. जानकारी के मुताबिक नागरिक विमानन सुरक्षा ब्यूरो में स्वीकृत पदों के बावजूद सैंकड़ों पद खाली हैं. और इन पदों को भरने की रफ्तार भी बेहद सुस्त है. सिक्योरिटी ब्यूरो में खाली पदों का प्रतिशत पिछले चार साल से 30 फीसदी से भी ज्यादा है.
RTI से प्राप्त आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 30 जून 2025 तक BCAAS में स्वीकृत पदों की संख्या 598 थी. लेकिन सिर्फ 371 ही भरे गए हैं. 227 पद खाली हैं. नागरिक विमानन सुरक्षा ब्यूरो पिछले कई सालों से कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है. लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार लगभग हर पांच में से दो पद खाली हैं. ये पिछले चार सालों में सबसे ज्यादा हैं. कर्मचारियों की कमी के चलते मौजूदा कर्मचारियों पर काम का बोझ बढ़ेगा, जिसका असर इमरजेंसी प्रतिक्रिया से लेकर नियमित निरीक्षण जैसे रूटीन कामों पर भी पड़ सकता है.

नागरिक विमानन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) के आंकड़े एक व्यवस्था गत समस्या की ओर इशारा करते हैं. एयर ट्रैफिक बढ़ने और नए खतरों के सामने आने के बाद से BCAS की क्षमता सवालों के घेरे में है. ये खुलासे एक जरूरी सवाल की ओर इशारा करते हैं कि क्या भारत का नागरिक विमानन सुरक्षा ब्यूरो इतने सारे कर्मचारियों की गैर मौजूदगी में कुशलता पूर्वक अपना काम कर सकता है?
बताते चलें कि नागरिक विमानन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) भारत में नागरिक विमानों की सुरक्षा के लिए एक राष्ट्रीय नियामक है. इसकी स्थापना जनवरी 1987 में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के एक सेल के तौर पर की गई थी. बाद में इसे नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक स्वतंत्र विभाग के रुप में पुनर्गठित किया गया.
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हाल ही में अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे ने हवाई सुरक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ा दी है. 12 जून को हुए इस हादसे में 260 लोगों की मौत हो गई थी. इस हादसे की शुरुआती जांच में टेकऑफ के तुरंत बाद प्लेन के दोनों इंजन के बंद होने की बात सामने आई है.
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