4 दिनों से ट्रैफिक ठप, NH-19 पर लगा घंटों लंबा जाम, कई किलोमीटर तक सिर्फ गाड़ियों की कतार
Sasaram के पास National Highway 19 के कई हिस्सों पर काम चल रहा है. शिवसागर के पास रोड चौड़ा किया जा रहा है और फ्लाईओवर बनाया जा रहा है. इसके लिए हाइवे में जगह-जगह पर डायवर्जन बनाए गए हैं. लेकिन लगातार बारिश से डायवर्जनों में पानी भर गया है और कीचड़ जमा हो गया है. इस वजह से गाड़ियां बड़ी मुश्किल से निकल पा रही हैं.

बिहार के रोहतास जिले के सासाराम के पास नेशनल हाइवे 19 पर पिछले 4 दिनों से लंबा जाम लगा हुआ है. जाम इतना भीषण है कि कई ट्रक मंगलवार, 7 अक्टूबर से वहां फंसे हुए हैं. कुछ ट्रक ड्राइवरों का कहना है कि वह पिछले 24 घंटे में मात्र 20 किलोमीटर ही आगे बढ़ पाए हैं. गाड़ियों में फंसे लोग खाने-पीने के लिए भी परेशान हो रहे हैं. उनका कहना है कि वहां उनकी कोई सुध लेने वाला नहीं है.
आजतक से जुड़े रंजन कुमार की रिपोर्ट के अनुसार बुधवार, 8 अक्टूबर को भी सासाराम के हिस्से में 5-6 किलोमीटर का जाम लगा. कई किलोमीटर तक जाम में फंसी गाड़ियां कछुए की रफ्तार से धीरे-धीरे आगे बढ़ रही हैं. हाइवे से आ रही तस्वीरों में दूर-दूर तक लाइनों में लगी केवल गाड़ियां ही गाड़ियां नजर आ रही हैं. इससे ट्रक चालकों के साथ स्थानीय लोगों के लिए भी समस्या खड़ी हो गई है.
हाइवे पर चल रहा है कामबता दें कि सासाराम के पास हाइवे के कई हिस्सों पर काम चल रहा है. शिवसागर के पास रोड को चौड़ा किया जा रहा है और फ्लाईओवर बनाया जा रहा है. इसके लिए हाइवे में जगह-जगह पर डायवर्जन बनाए गए हैं. लेकिन पिछले कुछ दिनों में हुई बारिश से डायवर्जनों में पानी भर गया है और कीचड़ जमा हो गया है. इस वजह से गाड़ियां बड़ी मुश्किल से निकल पा रही हैं. गया जी से वाराणसी की ओर जाने वाली सिर्फ एक लेन में ही काफी लंबी दूरी की गाड़ियां फंसी हुई हैं. ट्रक ड्राइवर मुश्किल में हैं, लेकिन उनका हाल पूछने वाला कोई नहीं है.
ट्रक ड्राइवरों का हाल बेहालट्रक ड्राइवर मदनलाल ने आजतक से बातचीत में बताया कि पिछले चार दिनों से टोल टैक्स से ही जाम लगा है. हम लोगों को काफी परेशानी हो रही है. विवेक दुबे नाम के एक और ट्रक ड्राइवर का कहना है कि यहां पर सबसे महंगा टोल है. वाहनों से ज्यादा पैसा लिया जाता है, लेकिन पिछले 4 साल से काम लगा हुआ है. अभी तक सड़क का काम पूरा नहीं हुआ है. यहां पिछले 4 दिनों से जाम लगा है, काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
ओडिशा से दिल्ली जा रहे ट्रक चालक दुबन कुमार ने आजतक से कहा कि जाम कल सुबह (मंगलवार) लगभग 8 बजे से ही लगा हुआ है. मैं मुश्किल से 5 किलोमीटर ही आगे बढ़ पाया हूं. तब से मैं सासाराम में ही फंसा हुआ हूं. खाने का कोई ठिकाना नहीं है. हम सड़क किनारे मिलने वाले थोड़े-बहुत नाश्ते पर गुज़ारा कर रहे हैं. कोलकाता से आ रहे एक अन्य ट्रक चालक संजय दास ने बताया कि 24 घंटे पहले अपनी यात्रा शुरू करने के बाद से उन्होंने केवल 20 किलोमीटर की दूरी तय की है.
प्रशासन ने नहीं ली सुधउन्होंने कहा कि अभी तक कोई अधिकारी हमसे मिलने नहीं आया है. हम मुश्किल से ही चल-फिर पा रहे हैं. हम चाय और बिस्कुट खाकर गुज़ारा कर रहे हैं. एक अन्य ट्रक ड्राइवर ने कहा कि यह जाम सिर्फ़ एक तरफ है, औरंगाबाद से वाराणसी तक, लेकिन इससे सैकड़ों ट्रक और यात्री वाहन प्रभावित हो रहे हैं. ट्रक घंटों में मुश्किल से आगे बढ़ पाए हैं. कोई मदद नहीं है. खाने-पीने का कोई इंतज़ाम नहीं है. हम बस यहीं फंसे हुए हैं.
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बता दें कि उत्तर प्रदेश के आगरा से पश्चिम बंगाल के दानकुनी तक फैला नेशनल हाइवे 19, तीन प्रमुख राज्यों - उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल से होकर गुजरता है. यह वाराणसी जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ता है और गंगा नदी को कई बार पार करता है. यह हाइवे ऐतिहासिक ग्रैंड ट्रंक रोड का एक प्रमुख हिस्सा है, जो एशिया के सबसे पुराने और सबसे लंबे ट्रेड रूट्स में से एक है. यह अंतर्राष्ट्रीय एशियाई हाइवे नेटवर्क (AH1) और स्वर्णिम चतुर्भुज का भी हिस्सा है, जो इसे देश के अंदर और विदेश, दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण रूट बनाता है.
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