प्रिंसिपल को स्पेलिंग मिस्टेक के लिए सस्पेंड किया, सस्पेंशन लेटर में भी टाइपो की भरमार निकली
Himachal Pradesh Cheque Spelling Row: सरकारी ऑर्डर में ‘स्पेलिंग’ की गलत स्पेलिंग लिखी गई थी. मामला सिरमौर जिले के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल का है. गजब की बात ये है कि हिमाचल को चंद दिनों पहले ही ‘पूर्ण साक्षर राज्य’ का दर्जा मिला है.

English Speaking is like a undertaker play,’ ‘Sorry का Baby.’ फंस गए रे ओबामा फिल्म का ये वाला सीन आपको याद ही होगा. इस सीन में एक अंग्रेजी के मा’ट जबरदस्त तरीके से अंग्रेजी भाषा की इज्जत अफजाई करते हैं. ये तो था रील लाइफ एक्सपीरियंस. अब आपको ऐसे ही एक रियल लाइफ एक्सपीरियंस बताते हैं. अंग्रेजी के इसी जबर्दस्त ‘सम्मान’ का मामला एक देश के एक राज्य से सामने आया है, जिसे हाल ही में ‘पूर्ण साक्षर राज्य’ दर्जा मिला है. राज्य का नाम है हिमाचल प्रदेश.

बीते दिनों सिरमौर जिले के सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के एक चेक की फोटो वायरल हुई थी. इस चेक पर स्पेलिंग मिस्टेक्स की भरमार थी. चेक पर ये स्पेलिंग मिस्टेक्स करने वाला कोई और नहीं बल्कि एक मा’ट साहब ही थे. मजे की बात यह है कि इसके लिए मास्टरजी पर कार्रवाई तो हुई. लेकिन उन्हें सस्पेंड करने के लिए जो सरकारी ऑर्डर जारी हुआ उसमें में कई सारी स्पेलिंग मिस्टेक्स थीं.
चेक में ये गलतियां थींप्रिंसिपल के सिग्नेचर वाला ये चेक 7,616 रुपये का था. चेक पर तारीख 25 सितंबर 2025 लिखी गई थी, जो सही थी क्योंकि डिजिट में लिखी गई थी. फिर आई रकम की बारी तो उसे भी सही-सही लिख दिया गया.

लेकिन जब वही रकम शब्दों में लिखने की बारी आई तो बड़ी गलती हो गई. लिखा गया, ‘Saven Thursday six Harendra sixty rupees only.’ यहां ‘Thousand’ को ‘Thursday’ और ‘Hundred’ को ‘Harendra’ (हरेंद्र) लिखा गया था.
बाद में बैंक ने तो चेक रिजेक्ट किया ही, चेक बनाने वाले पर कार्रवाई हुई वो अलग. इसके बाद 4 अक्टूबर को चेक बनाने वाले ड्राइंग टीचर अत्तर सिंह को सस्पेंड कर दिया गया. यही नहीं, अभी ओर सुनिए! मा’ट साहब तो मा’ट साहब, प्रशासन उनसे दो कदम आगे निकला.

अब चूंकि सस्पेंशन जैसी चीजें लिखित में होती हैं तो इसी के तहत सरकारी ऑर्डर भी जारी हुआ. लेकिन इस सरकारी ऑर्डर में ही खूब सारी गलतियां निकल आईं. यहां तक कि ‘स्पेलिंग’ की ही गलत स्पेलिंग लिखी गई थी. बाकी गलतियां कुछ इस तरह थींः
- Principal को princpal लिखा गया.
- Sirmaur को Sirmour लिखा गया.
- spellings को spelling लिखा गया.
- education को educatioin लिखा गया.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकारी ऑर्डर में गलतियों को लेकर जब ठाकुर से पूछा गया तो सिरमौर के डिप्टी डायरेक्टर (स्कूल एजुकेशन) राजीव ठाकुर ने कहा कि समय की कमी थी. नोटिस जल्दबाजी में जारी किया गया था. वह गलतियां को स्वीकार करते हैं. लेकिन ये स्पेलिंग और टाइपिंग की गलतियां हैं. वह पता लगाएंगे कि ये गलतियां कैसे हुईं.
ड्राइंग टीचर के सस्पेंशन पर ठाकुर ने कहा कि स्पेलिंग की गलतियों को आमतौर पर नजरअंदाज कर दिया जाता है. ऐसा करने वाले को चेतावनी देकर छोड़ दिया जाता है. लेकिन इस मामले में शब्द और उनके मतलब ही पूरी तरह बदल दिए गए. ‘Thousand’ को ‘Thursday’ और ‘Hundred’ को ‘Harendra’ (हरेंद्र) लिखा गया था, इसलिए यह एक्शन लिया गया.
हाल में मिला है ‘पूर्ण साक्षर राज्य’ का दर्जाइससे भी बड़ी बात यह है कि हिमाचल प्रदेश को चंद दिनों पहले ही ‘पूर्ण साक्षर राज्य’ (Fully Literate State) का दर्जा मिला है. इसके साथ अब हिमाचल प्रदेश उस ‘एलीट क्लब’ में शामिल हो गया है, जिसमें सिर्फ तीन राज्य ही हैं. त्रिपुरा, मिजोरम, गोवा और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख.
पहले भी हो चुका है ऐसारिपोर्ट के मुताबिक, इस तरह की यह कोई पहली घटना नहीं है. हाल में हिमाचल प्रदेश में ही राज्य के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी एक पत्र में ऐसी ही गलती सामने आई थी. इस पत्र में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल के बेटे डॉ. (कर्नल) संजय शांडिल को उनका “सहयोगी” बताया गया था.
इससे पहले सितंबर 2021 में राज्य सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से किए गए एक सोशल मीडिया पोस्ट में तत्कालीन मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का नाम गलत तरीके से ‘जाओ राम ठाकुर’ लिख दिया गया था.
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