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हरिद्वार में विधायक उमेश कुमार के ऑफिस पर फायरिंग, पूर्व BJP MLA ने चलाईं गोलियां, अरेस्ट

Uttarakhand News: Haridwar के खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार के ऑफिस पर फायरिंग हुई है. आरोप है कि एक दिन पहले उमेश कुमार कुछ लोगों के साथ पूर्व BJP विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के घर गए थे. फिर इसी का बदला लेने के लिए चैंपियन हथियारों के साथ विधायक के ऑफिस पर पहुंच गए.

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Khanpur Firing
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. | फोटो: इंडिया टुडे
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अंकित शर्मा
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26 जनवरी 2025 (Updated: 26 जनवरी 2025, 12:15 AM IST) कॉमेंट्स
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उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में दो नेताओं के बीच के तनाव के कारण गैंगवार की स्थिति बन गई. 26 जनवरी को खानपुर के मौजूदा विधायक उमेश कुमार (Khanpur MLA Umesh Kumar) के ऑफिस पर तीन गाड़ियों में सवार होकर कुछ लोग आए. इन लोगों ने अंधाधुंध फायरिंग की. आरोप है कि फायरिंग पूर्व भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन (Pranav Singh Champion) और उनके समर्थकों ने की है. इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, सोशल मीडिया पर विधायक और पूर्व विधायक के बीच बीते कुछ दिनों से तीखी बयानबाजी चल रही थी. इसी कारण से दोनों के बीच तनाव बढ़ रहा था. मामला यहां तक पहुंच गया कि खूब गोलियां चलीं. फायरिंग की आवाज सुनकर इलाके में अफरा-तफरी मच गई. सड़क पर मौजूद लोग इधर-उधर भागने लगे. विधायक उमेश कुमार के समर्थक भी बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए.

उमेश कुमार को साल 2022 के विधानसभा चुनाव में खानपुर विधानसभा सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर जीत मिली थी.

पूर्व भाजपा विधायक ने खुद ही पोस्ट किया वीडियो

पूर्व भाजपा विधायक प्रणव सिंह चैंपियन ने खुद ही फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट किया और इस बात की जानकारी दी कि वो विधायक के कार्यालय पर पहुंचे हैं. उन्होंने लिखा,

एक सीमा होती है बर्दाश्त करने की. जब पानी सिर तक आ जाए तो माकूल जवाब देना ही पड़ता है. जैसे को तैसा…

रिपोर्ट है कि इससे पहले विधायक उमेश कुमार भी 25 जनवरी की रात को चैंपियन के लंढोर इलाके में स्थित घर पर कई लोगों के साथ पहुंचे थे. लेकिन चैंपियन वहां मौजूद नहीं थे, इसलिए वापस लौट गए. बताया जा रहा है कि इसी का बदला लेने के लिए अगले दिन चैंपियन भी उनके यहां आ धमके.

Pranav Singh Champion अरेस्ट

फायरिंग की घटना के बाद देहरादून पुलिस ने प्रणव सिंह चैंपियन को गिरफ्तार कर लिया है. उनको हरिद्वार पुलिस को सौंप दिया गया है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. गिरफ्तारी के वक्त चैंपियन ने कहा कि उनके साथ अन्याय हो रहा है. उनकी पत्नी ने कहा कि इस झगड़े की शुरुआत विधायक उमेश कुमार ने की थी. और पुलिस ने इस मामले में चैंपियन की मदद नहीं की.

हरिद्वार SSP प्रमेन्द्र डोभाल ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा,

'आज प्रणव सिंह चैंपियन और उनके समर्थकों द्वारा विधायक उमेश कुमार के कैंप ऑफिस पर जाकर फायरिंग की गई. इसमें तत्काल पुलिस के द्वारा मुकदमा दर्ज किया गया. हमारी विशेष टीमों ने इस मामले पर कार्रवाई करते हुए प्रणव सिंह चैंपियन को अरेस्ट कर लिया है. इस मामले में जो भी कानूनी कार्रवाई है, वो की जा रही है. इस क्रम में विधायक उमेश कुमार के खिलाफ भी एक मुकदमा लिखा गया है, जिसकी तहरीर प्रणव सिंह चैंपियन द्वारा दी गई थी. विधायक और उनके समर्थकों को भी हिरासत में ले लिया गया है. इन दोनों नेताओं के हथियारों के लाइसेंस भी निरस्त करने को लेकर एक रिपोर्ट जिलाधिकारी को दी जा रही है. पुलिस की तरफ से इन दोनों नेताओं को जो सुरक्षा दी गई है, उसपर फिर से विचार करने का आग्रह भी किया गया है.' 

BJP ने क्या कहा?

इस मामले को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और राज्य सभा सांसद महेंद्र भट्ट का बयान भी सामने आया है. उन्होंने कहा है,

हरिद्वार में पिछले 2 दिनों से जो माहौल बना हुआ है, वो किसी जन प्रतिनिधि के लिए सही नहीं है. मैंने मुख्यमंत्री से कहा है कि इस पर सख्त से सख्त करवाई हो. हम अपने किसी भी प्रतिनिधि, पूर्व या वर्तमान को कानून हाथ में नहीं लेने देंगे.

साल 2019 में अमर्यादित भाषा के प्रयोग के आरोप में चैंपियन को BJP से निकाल दिया गया था, हालांकि कुछ समय बाद उनकी फिर से पार्टी में वापसी हो गई.

Pranav Singh Champion कौन हैं?

चैंपियन खानपुर सीट से चार बार विधायक रह चुके हैं. और प्रदेश की राजनीति में एक विवादास्पद चेहरा रहे हैं. चैंपियन ने एनडी तिवारी, विजय बहुगुणा और हरीश रावत की सरकारों में कैबिनेट मंत्री के रूप में भी जिम्मेदारी निभाई.

2009 के चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत का विरोध किया था. हालांकि, 2016 में उन्होंने राजनीतिक हलचल मचाते हुए BJP का दामन थाम लिया. यह वही समय था जब कांग्रेस के 9 विधायकों ने हरीश रावत सरकार को गिराने का प्रयास किया था. लेकिन सफलता नहीं मिली. इसके कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सभी नौ विधायकों को अयोग्य करार दे दिया था.

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2022 के विधानसभा चुनाव में प्रणव सिंह चैंपियन ने उमेश कुमार के विरुद्ध अपनी पत्नी को चुनावी मैदान में उतारा था. हालांकि, उनकी पत्नी को हार का सामना करना पड़ा.

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