The Lallantop
Advertisement

साइबरक्राइम के शिकार बुजुर्ग कपल ने की थी आत्महत्या, अब गुजरात का ये शख्स गिरफ़्तार

Karnataka elderly couple suicide due to cybercrime: बुजुर्ग ने कथित तौर पर 22 बैंक खातों में 59.63 लाख रुपये ट्रांसफ़र किए थे. अब इसी केस में एक आरोपी को गिरफ़्तार करके न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

Advertisement
Cops arrest Gujarat man cybercrime case
गिरफ्तार आरोपी की पहचान सूरत निवासी चिराग जीवराज भाई लक्कड़ के रूप में हुई है. (फ़ाइल फ़ोटो - इंडिया टुडे)
pic
हरीश
15 अप्रैल 2025 (Published: 09:48 AM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

कर्नाटक पुलिस (Karnataka Police) ने गुजरात के एक व्यक्ति को गिरफ़्तार किया है. 60 लाख रुपये की ठगी के शिकार हुए बुजुर्ग कपल ने बीते दिनों आत्महत्या कर ली थी (Karnataka elderly couple suicide cybercrime). ये गिरफ़्तारी इसी केस में हुई है. पुलिस को शक है कि गिरफ़्तार आरोपी एक बड़े गठजोड़ का हिस्सा है.

क्या है मामला?

27 मार्च को बुजुर्ग कपल बेलगावी में अपने घर पर मृत पाए गए. नाम- 83 साल के डियोगजेरॉन नाज़रेथ और उनकी 78 साल पत्नी फ़्लेवियाना नाज़रेथ. उन्होंने एक नोट छोड़ा था, जिसमें दावा किया गया कि उन्हें साइबर अपराधियों ने फंसाया है. नोट में ये भी कहा गया कि जालसाज़ों ने उनसे पैसे ऐंठने के लिए ख़ुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताया और उन्हें धमकाया.

डियोगजेरॉन ने कथित तौर पर 22 बैंक खातों में 59.63 लाख रुपये ट्रांसफ़र किए थे. अब इसी केस में सूरत के रहने वाले चिराग जीवराज भाई लक्कड़ को गिरफ़्तार किया गया है. उसे फिलहाल न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. जांच में शामिल एक पुलिस अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया,

कई लेन-देन हुए थे. इनमें से एक रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) लेनदेन में 6,10,000 रुपये एक बैंक खाते में भेजे गए. जहां खाताधारक का नाम बालाजी इंडस्ट्रीज था. हालांकि, अभी तक हमें कोई रजिस्टर्ड फर्म नहीं मिली है, जिसके पास खाता हो.

पुलिस अधिकारी ने कहा,

गिरफ़्तार लक्कड़ ने अपने फोन में फर्म के बैंक खाते से जुड़ा एक सिम कार्ड डाला था. उसने पैसे नेटबैंकिंग के ज़रिए दो अन्य खातों में ट्रांसफ़र कर दिए गए थे. ऐसा लगता है कि वो एक बड़े गठजोड़ का हिस्सा है.

ये भी पढ़ें- यूपी: साइबर अपराधी फर्जी बेल ऑर्डर बनवाकर जेल से बाहर आ गया

बताते चलें, मृतक बुजुर्ग डियोगजेरॉन मुंबई सेक्रेटेरियेट में काम करते थे. रिटायरमेंट के बाद वो बेलगावी के बीड़ी गांव में चले गए थे. पुलिस ने ये भी बताया कि डियोगजेरॉन ने अपने दो दोस्तों से 5 लाख रुपये और एक पुजारी से 50,000 रुपये उधार लिए थे. इसके अलावा, उन्होंने 7.15 लाख रुपये का गोल्ड लोन भी लिया था.

वीडियो: कानपुर के लड़के ने साइबर फ्रॉड वाले को ठगा, यूपी डीजीपी प्रशांत कुमार ने दिया इनाम

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement