शादी के 44 साल बाद हुआ तलाक, बुजुर्ग पति ने जमीन, फसल, गहने बेचकर इकट्ठा किया 3 करोड़ का गुजारा भत्ता
कोर्ट ने स्पष्ट कहा कि 3.07 करोड़ रुपये स्थायी गुजारा भत्ता है. ये मिलने के बाद बुजुर्ग पति के मरने के बाद भी पत्नी या बच्चे संपत्ति पर दावा नहीं कर सकते. यह कहते हुए बेंच ने समझौते को मंजूरी दी और शादी खत्म करने का आदेश जारी कर दिया.
Advertisement
Comment Section
वीडियो: पति के लिए करवाचौथ का व्रत नहीं रखा, तलाक केस में कोर्ट ने क्या फैसला सुनाया?