चैतन्यानंद ने भौकाल जमाने को बनाए यूएन-ब्रिक्स के फर्जी कार्ड, ये तो फर्जीवाड़े का भी मास्टर निकला
Chaitanyananda Saraswati ने प्रभाव जमाने और लोगों को गुमराह करने के लिए सयुंक्त राष्ट्र (UN) और BRICS के फर्जी आई-कार्ड और विजिटिंग कार्ड बनवा रखे थे, जिन्हें पुलिस ने बरामद कर लिया है. इन कार्ड्स का इस्तेमाल चैतन्यानंद लोगों पर प्रभाव जमाने के लिए करता था.

चैतन्यानंद सरस्वती (Chaitanyananda Saraswati) उर्फ पार्थ सारथी को दिल्ली पुलिस ने आगरा से गिरफ्तार कर लिया है. खुद को आध्यात्मिक गुरु बताने वाले चैतन्यानंद ने प्रभाव जमाने और लोगों को गुमराह करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के फर्जी आई-कार्ड और विजिटिंग कार्ड बनवा रखे थे. पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि आरोपी के पास से सयुंक्त राष्ट्र (UN) और ब्रिक्स (BRICS) के फर्जी विजिटिंग कार्ड बरामद हुए हैं.
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, चैतन्यानंद के पास से बरामद हुआ पहला फर्जी आई-कार्ड BRICS का है. चैतन्यानंद यह कार्ड दिखाकर खुद को BRICS देशों के संयुक्त आयोग का सदस्य और भारत का 'विशेष दूत' बताता था.

जबकि दूसरा फर्जी विजिटिंग कार्ड सयुंक्त राष्ट्र (UN) का है. यह कार्ड दिखाकर आरोपी खुद को UN का स्थायी राजदूत यानी 'परमानेंट एंबेसडर' बताता था. ये कार्ड इतने प्रोफेशनल तरीके से बनाए गए हैं कि लोग आसानी से धोखा जा जाते थे.

पुलिस ने बताया कि आरोपी चैतन्यानंद इन कार्ड्स का इस्तेमाल लोगों पर प्रभाव जमाने और उनके साथ धोखाधड़ी करने के लिए करता था. पुलिस इसकी भी जांच कर रही है कि क्या उसने इन फर्जी पहचान पत्रों के जरिए कोई बड़ा आर्थिक या राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश की.
इससे पहले, पुलिस जांच के दौरान SRISIIM के बेसमेंट में एक वॉल्वो कार भी खड़ी मिली थी. इस कार पर फर्जी डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट (39 UN 1) लगी हुई थी. ये भी खुलासा हुआ कि इस कार को चैतन्यानंद इस्तेमाल करता था. इसके अलावा पुलिस को अभी तक कुल 9 जाली डिप्लोमैटिक नंबर प्लेट बरामद हुई हैं.
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बताते चलें कि चैतन्यानंद सरस्वती पर दिल्ली के श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट (SRISIIM) में पढ़ने वाली 17 छात्राओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. आरोपी इस इंस्टीट्यूट का डायरेक्टर था, जिसे बाद में पद से हटा दिया गया. सभी पीड़ित छात्राएं इस इंस्टीट्यूट में EWS कोटे से स्कॉलरशिप पर मैनेजमेंट में पीजी डिप्लोमा की पढ़ाई करती हैं. फिलहाल, पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
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