मम्मी-पापा के बीच में सो रहा था 23 दिन का नवजात, दब गया, दम घुटने से मौत हो गई
डॉक्टर ने बताया कि बच्चे की मौत दम घुटने और अनजाने में दब जाने की वजह से हुई है.

उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के में एक 23 दिन का नवजात शिशु नींद के दौरान अपने माता-पिता के बीच दब गया. इस वजह से दम घुटने के कारण उसकी मौत हो गई. चार साल की लंबी प्रतीक्षा के बाद इस बच्चे का जन्म हुआ था. परिवार बच्चे की मौत के बाद गहरे आघात में है.
इंडिया टुडे से जुड़े बी एस आर्य की रिपोर्ट के मुताबिक ये घटना अमरोहा जिले के सिहाली जागीर गांव की है. बच्चे के माता-पिता बच्चे के साथ रविवार, 7 दिसंबर की रात सो रहे थे. तभी उन्हें अहसास हुआ कि बच्चा बिल्कुल स्थिर और बेजान पड़ा है. दोनों उसे फौरन गजरौला के कम्युनिटी हेल्थ सेंटर ले गए. जहां इंचार्ज डॉक्टर योगेंद्र सिंह ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया.
डॉक्टर योगेंद्र सिंह ने बताया कि बच्चे की मौत दम घुटने और अनजाने में दब जाने की वजह से हुई है. डॉक्टर के मुताबिक दोनों पति-पत्नी बहुत परेशान थे और एक-दूसरे को दोष दे रहे थे. वो बिना कोई पुलिस शिकायत दर्ज कराए घर लौट गए. डॉक्टर ने कहा कि सर्दियों में पूरा परिवार एक साथ गर्माहट के लिए लिपटकर सोता है, ऐसे में इस तरह के हादसे का खतरा और बढ़ जाता है. डॉक्टर योगेंद्र ने कहा,
“नवजात शिशु के साथ सोते समय माता-पिता को अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए, खासकर ठंड के मौसम में.”
उन्होंने बताया कि इस दौरान शिशुओं के अनजाने में दबकर (accidental smothering) मरने का खतरा सबसे ज्यादा होता है. मेडिकल एक्सपर्ट्स ने सडन इन्फैंट डेथ सिंड्रोम (SIDS) को लेकर चेतावनी भी दी है. SIDS यानी एक साल से कम उम्र के बच्चे की नींद में अचानक और बिना किसी स्पष्ट कारण मौत हो जाना. ज्यादातर SIDS के मामले 1 से 4 महीने की उम्र के बीच होते हैं और ठंड के महीनों में इनकी संख्या बढ़ जाती है.
डॉक्टरों के अनुसार, SIDS से मरने वाले शिशुओं के पोस्टमॉर्टम में न तो कोई गंभीर आंतरिक चोट मिलती है और न ही कोई बाहरी गहरा निशान, जो मौत की वजह स्पष्ट कर सके. इस दर्दनाक हादसे ने सिहाली जागीर गांव में मातम पसरा दिया है. पूरे गांव में इस घटना की ही चर्चा है.
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