The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • Fact Check
  • Fact check: No this is not the image of Muslim families who converted to Hinduism

पड़ताल: क्या यूपी में वसीम रिज़वी के बाद 34 मुस्लिम परिवारों ने अपनाया हिन्दू धर्म? सच जानिए

सोशल मीडिया पर वसीम रिज़वी के धर्म परिवर्तन के बाद 34 मुस्लिम परिवारों के धर्मांतरण का दावा वायरल हो रहा है.

Advertisement
Img The Lallantop
Muslim Conversion
pic
अनुष्का श्रीवास
16 दिसंबर 2021 (Updated: 16 दिसंबर 2021, 07:04 AM IST)
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share
दावा सोशल मीडिया पर कुछ मुस्लिम लोगों के बीच भगवा कपड़ा पहने एक व्यक्ति की फ़ोटो वायरल हो रही है. दावा
है कि ये तस्वीर उत्तर प्रदेश की है जहां 34 मुस्लिम परिवारों ने हिन्दू धर्म अपना लिया है. (आर्काइव
)
वायरल फ़ोटो के कैप्शन में लिखा है -
'सुना है .....यूपी में 34 मुस्लिम परिवारों ने कि हिन्दू धर्म मे वापसी। जय जय श्री राम, सनातन ही सत्य है'
कई और सोशल मीडिया यूज़र्स ने ऐसे ही दावे शेयर
किए हैं. (आर्काइव
) कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स वायरल दावे को उत्तर प्रदेश के शिया सेंट्रल वक़्फ बोर्ड के चेयरमैन रहे वसीम रिज़वी के नाम से जोड़कर भी शेयर कर रहे हैं. वसीम रिज़वी ने 6 दिसंबर, 2021 को हिन्दू धर्म अपनाया
था और अपना नाम बदलकर जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी रख लिया था.
ट्विटर यूजर जनार्दन मिश्रा ने ट्वीट
 कर लिखा, (आर्काइव
)-
'वसीम रिज़वी जी के सनातन धर्म में घर वापसी के बाद मुस्लिमों का डर खुल रहा है,और वो स्वेच्छा से घर वापसी कर रहे है। यूपी में 34 मुस्लिम परिवारों ने कि सनातन हिन्दू धर्म में वापसी'
पड़ताल 'दी लल्लनटॉप' ने वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए पड़ताल की. हमारी पड़ताल में वायरल तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा गलत निकला. वायरल तस्वीर साल 2016 में हुए उरी (उड़ी) हमले के बाद की है, जब हमले के विरोध में उत्तर प्रदेश के वृंदावन की शाही जामा मस्जिद में लोगों ने आतंकवाद मुर्दाबाद के नारे लगाए थे.
वायरल दावे की पड़ताल के लिए हमने शेयर की जा रही तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च की मदद से खोजा. सर्च करने पर हमें अमर उजाला की वेबसाइट पर 24 सितंबर, 2016 की एक रिपोर्ट
 मिली. इस रिपोर्ट में वायरल तस्वीर को देखा जा सकता है. (आर्काइव
)
Untitled Design (2)
अमर उजाला की वेबसाइट पर मौजूद आर्टिकल का स्क्रीनशॉट.

अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक,
18 सितम्बर 2016 को जम्मू कश्मीर के उड़ी सैन्य मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले में 18 भारतीय जवानों के शहीद होने पर मथुरा के मुस्लिम समाज ने पाकिस्तान के खिलाफ रोष व्यक्त किया था. शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय के लोग, मस्जिद के इमाम मुहम्मद उमर कादरी और महामंडलेश्वर नवल गिरि सभी मथुरा दरवाजा स्थित शाही जामा मस्जिद में इकट्ठा हुए थे. सभी ने हिंदुस्तान जिंदाबाद, आतंकवाद मुर्दाबाद, पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए थे.
तस्वीर में भगवा कपड़ा पहने दिख रहे शख़्स महामंडलेश्वर नवल गिरी है. नवल गिरी पहले कई बार धर्मांतरण के मुद्दे पर विवादित बयान
 देने पर सुर्खियों में आ चुके हैं.
Untitled Design (3)
भगवा कपडों में शख़्स महामंडलेश्वर नवल गिरी.

साथ ही अमर उजाला की वेबसाइट पर मौजूद एक वीडियो
में आप तस्वीर में दिख रहे लोगों को नारे लगाते हुए देख सकते हैं.
नतीजा 'दी लल्लनटॉप' की पड़ताल में वायरल तस्वीर के साथ किया जा रहा धर्मांतरण का दावा गलत निकला. वायरल तस्वीर साल 2016 में जम्मू-कश्मीर में हुए उरी हमले के बाद की है. हमले के बाद गुस्साए लोगों ने वृंदावन की शाही जामा मस्जिद में पाकिस्तान मुर्दाबाद और हिंदुस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगाए थे. वायरल तस्वीर का धर्मांतरण से कोई संबंध नहीं हैं.
पड़ताल की वॉट्सऐप हेल्पलाइन से जुड़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक
 करें. ट्विटर और फेसबुक पर फॉलो करने के लिए ट्विटर लिंक
 और फेसबुक लिंक
 पर क्लिक करें.

Advertisement