बलबीर पृथ्वीराज कपूर. शशि कपूर. वो आदमी, जिसने जब कहा कि ‘मेरे पास मां है’, सदीके महानायक का मुंह सिल गया. अब शांत हो गया है. इस लोक की पारी उसने खत्म कर लीहै. लंबी बीमारी के बाद बॉलीवुड एक्टर शशि कपूर का 4 दिसंबर को मुंबई के कोकिलाबेनधीरूभाई अंबानी अस्पताल में निधन हो गया. शशि उन अभिनेताओं में से थे जिन्होंनेपैरलल और कमर्शियल दोनों तरह की फिल्मों में सफलता अर्जित की. जहां एक तरफ वो ‘नमकहलाल’, ‘दीवार’, ‘सुहाग’, ‘त्रिशूल’, ‘शान’ जैसी कमर्शियल हिट्स का हिस्सा रहें,वहीं ‘विजेता’, ’36 चौरंगी लेन’, ‘उत्सव’, ‘जुनून’, ‘कलयुग’ जैसी फ़िल्में भीबनाई.उनके निधन पर उनकी उन पांच फिल्मों पर बात करेंगे, जो शायद बहुतेरी जनता कीनिगाहों से ना गुज़री हो और जिन्हें देखा जाना चाहिए.