हर एक की ज़िंदगी में कुछ न कुछ बेहद कीमती होता है. जिससे हमें बेहद लगाव होता है.जिसे हम अपने से अलग नहीं करना चाहते. किसी के लिए वो पालतू जानवर हो सकता है, किसीबच्चे के लिए खिलौना, किसी के लिए डायरी-घडी-पेन जैसी चीज़ तो किसी के लिए कुछ और.आज के हालात को देखा जाए तो कईयों के लिए ये चीज़ मोबाइल फोन भी हो सकती है. बहरहाल,उस अनमोल चीज़ को हम अपने से दूर किसी कीमत पर नहीं जाने देना चाहते. वो होता है नएक इमोशन, ‘चाहे जान चली जाए लेकिन इससे जुदाई नसीब न हो’. ऐसे में अगर वही चीज़ खोजाए तो? क्या बीतेगी? हमारी इस फिल्म के हीरो के साथ ऐसा ही कुछ हुआ है. उसकीप्राणप्रिय साइकिल चोरी हो गई है. उसकी ज़िंदगी से जैसे चार्म ही निकल गया है.