19 सितंबर, 2008 को दिल्ली पुलिस की एक टीम ने बाटला हाउस में एनकाउंटर किया था. यहां से पकड़े और मारे गए लोगों को पुलिस ने आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन का हमलावर बताया था. हालांकि इस एनकाउंटर को फर्जी और मारे-पकड़े गए लोगों के बेकसूर स्टूडेंट होने की बात कही गई. घटना के 11 साल बाद इस पर आधारित फिल्म ‘बाटला हाउस’ सिनेमाघरों में लगी है.