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फिल्म रिव्यू- KGF 2

पैंडेमिक की मार झेलते, टलते-टलाते फाइनली भरपूर हाइप के साथ यश की KGF 2 रिलीज़ हो चुकी है. प्रशांत नील डायरेक्टेड ये फिल्म 2018 में आई चैप्टर 1 की कहानी को आगे बढ़ाती है.

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KGF 2 के एक सीन में यश. इस फिल्म को प्रशांत नील ने डायरेक्ट किया है.
KGF 2 के एक सीन में यश. इस फिल्म को प्रशांत नील ने डायरेक्ट किया है.
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14 अप्रैल 2022 (Updated: 14 अप्रैल 2022, 06:44 PM IST)
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पैंडेमिक की मार झेलते, टलते-टलाते फाइनली भरपूर हाइप के साथ यश की KGF 2 रिलीज़ हो चुकी है. प्रशांत नील डायरेक्टेड ये फिल्म 2018 में आई चैप्टर 1 की कहानी को आगे बढ़ाती है. गरुड़ा की हत्या करने के बाद KGF में रॉकी का एकक्षत्र राज है. मगर यहां पहुंचते-पहुंचते उसने रास्ते में कई दुश्मन बना लिए. अब वो लोग रॉकी को खत्म करके KGF पर खुद कंट्रोल चाहते हैं. वो रॉकी को मारने के लिए अधीरा को ले आते हैं. अधीरा सूर्यवर्धन का भाई है, जिसे लोगों ने मरा हुआ मान लिया था. दूसरी तरफ देश में सत्ता बदल गई है. देश की नई प्रधानमंत्री रमिका सेन तक रॉकी की खुराफात की खबर पहुंच चुकी है. वो किसी भी हाल में उसका साम्राज्य खत्म करना चाहती हैं. किनके हाथों मरता है रॉकी, मरता भी है कि नहीं? रॉकी के इस लालच की वजह क्या थी? जैसे कुछ सवालों के जवाब जानने के लिए KGF चैप्टर 2 देखनी पड़ेगी.

KGF 2  एक धुआंधार सीक्वल है, जो 2018 में शुरू हुई कहानी को एक सैटिसफाइंग तरीके से खत्म करती है. हालांकि एक चीज़ थोड़ी सी खटकती है. फिल्म में बाकायदा एक सीक्वेंस है, जहां बताया जाता है कि रॉकी जो कर रहा है, वो क्यों कर रहा है. राजा कृष्णप्पा बैरिया के रॉकी भाई बनने की जो वजह बताई जाती है, वो अन-कन्विंसिंग लगती है. KGF 2 अपने छोटे से छोटे मोमेंट को एलेवेट करने की कोशिश करती है. और अधिकतर मौकों पर सफल भी होती है. बैकग्राउंड स्कोर और सिनेमैटोग्राफी इसमें फिल्म की मदद करते हैं. फिर आते हैं वेल कोरियोग्राफ्ड एक्शन ब्लॉक्स, जो यश के स्वैगर के साथ घुलकर स्लीक और स्टाइलिश लगते हैं. फिल्म में एक सीन है, जहां रॉकी लड़ाई के दौरान अपना पुराना हथियार हथौड़ा उठा लेता है. वहां एक दम- अपना रॉकी थोर से कम है के, वाली फीलिंग आ जाती है.

पहली बार अधीरा से मिलने जाता रॉकी.
पहली बार अधीरा से मिलने जाता रॉकी.

कोलार गोल्ड फील्ड के लोगों को गरुड़ा के अत्याचार से बचाने के लिए रॉकी ने उसका मर्डर किया था. मगर वो लोगों के साथ वही चीज़ कर रहा है, जो गरुड़ा करता था. वो लोगों से अब भी सोने की खान में काम करवाता हैं. उनकी लाइफ का कंट्रोल अब भी उन लोगों हाथ में नहीं है. गरुड़ा को भी सोने का लालच था. रॉकी के लालच की भी कोई हद बाकी नहीं रही. फिल्म में एक सीन है, जहां पुलिस के हत्थे चढ़ा सोने का एक बिस्किट लेने रॉकी पुलिस स्टेशन चला जाता है. उसके बाद वही होता है, जो आपने फिल्म के पहले में टीज़र में देखा था. बेसिकली मसला ये है कि KGF में कोई हीरो नहीं है. आपको बुरे और ज़्यादा बुरे के बीच चुनाव करना है.

रॉकी के रोल में यश की तो क्या ही बात करनी है. उस आदमी ने लिटरली किल कर दिया है. इंट्रेस्टिंग बात ये कि फिल्म के किसी भी सीन में आपको यश के चेहरे पर कोई एक्सप्रेशन नहीं दिखेंगे. मगर उस एफर्टलेस स्वैगर का कुछ नहीं किया जा सकता! संजय दत्त ने अधीरा का रोल किया है. रॉकी को मारने के लिए इसे लाया जाता है. अधीरा और रॉकी को दो ऐसे किरदारों के तौर पर पेश किया जाता है, जिन्हें कोई नहीं हरा सकता. ऐसे में इन दोनों को आपस में भिड़ते हुए देखने का जो थ्रिल है, वो गज़ब है.

फिल्म के क्लाइमैक्स में रॉकी से भिड़ता अधीरा.
फिल्म के क्लाइमैक्स में रॉकी से भिड़ता अधीरा. अधीरा का लुक वाइकिंग्स जैसा क्यों है, फिल्म इसका जस्टिफिकेशन देती है.
 

संजय दत्त का लुक देखकर कहा गया कि वो 'वाइकिंग्स' से कॉपी किया गया है. फिल्म के हिंदी वर्ज़न में ये बताया जाता है कि अधीरा वाइकिंग्स कबीले की तरह ऑपरेट करना पसंद करता है. इसलिए वो ड्रेस अप भी वैसे ही करता है. संजय दत्त का किरदार फिल्म में बेहद कम समय के लिए दिखाई देता है. मगर उसे देखकर लगता है कि ये रॉकी पर भारी पड़ सकता है. जिस विलन के सामने हीरो कमज़ोर लगे, उसे मजबूत विलन माना जाता है. रवीना टंडन ने इंडिया की प्रधानमंत्री रमिका सेन का रोल किया है. रमिका का कैरेक्टर छोटा है मगर वो रॉकी की कहानी को बहुत प्रभावित करता है. परफॉरमेंस वाइज़ भी रवीना दो एक्शन स्टार्स के बीच अपनी जमीन बचाकर रखती हैं.

टीवी इंटरव्यू के माध्यम से रॉकी को धमकी देतीं देश की नई प्रधानमंत्री रमिका सेन.
टीवी इंटरव्यू के माध्यम से रॉकी को धमकी देतीं देश की नई प्रधानमंत्री रमिका सेन.
 

श्रीनिधी शेट्टी ने रीना का रोल किया है, जिससे रॉकी को प्यार है. यश के साथ उनका रोमैंटिक ट्रैक इस फिल्म में भी कंटिन्यू रहता है. मगर उसे फिल्म के प्रॉब्लमैटिक हिस्सों में गिना जाएगा. KGF पर अधिकार पाने के बाद रॉकी, रीना को किडनैप कर लेता है. वो उसे अपना 'एंटरटेनमेंट' बुलाता है. रॉकी उसे अपने घर में अलग कमरा देता है. क्योंकि शादी के पहले शारीरिक संबंध नहीं बना सकते. मतलब कॉन्ट्राडिक्शन की भी कोई तो हद होती होगी!

फिल्म के एक सीन में श्रीनिधी शेट्टी. इन्होंने रीना का रोल किया है, जिसके साथ रॉकी प्रेम में है. हालांकि ये जानने की कोशिश कभी नहीं की जाती है, रीना को भी यश से प्यार है क्या!
फिल्म के एक सीन में श्रीनिधी शेट्टी. इन्होंने रीना का रोल किया है, जिसके साथ रॉकी प्रेम में है. हालांकि ये जानने की कोशिश कभी नहीं की जाती है, रीना को भी यश से प्यार है क्या!
 

KGF 2 एक झामफाड़ फिल्म का लायक सीक्वल है. इस फ्रैंचाइज़ी की खासियत स्टोरी कभी नहीं थी. उस स्टोरी को कैसे दिखाया गया, ये इस फ्रैंचाइज़ी की यूएसपी है. लोगों को KGF इसलिए पसंद आई थी क्योंकि वो हटके टाइप की मसाला फिल्म थी. उसके एक्शन सीक्वेंस तोड़फोड़ लेवल के थे. धूल-धूसरित कैमरावर्क. लार्जर दैन लाइफ हीरो. कुर्सी हिलाऊ बैकग्राउंड स्कोर. और लास्ट में थोड़ा सा मां-बेटे का इमोशनल एंगल. अगर आपको थोड़ी सी अलग पैकेजिंग के साथ वही फिल्म दोबारा दिखाई जाएगी, तो अच्छा लगेगा क्या? मगर ये कोई स्टैंड अलोन फिल्म नहीं है. इसलिए KGF 2 को हमें एक सीक्वल के तौर पर आंकना चाहिए. जैसे ही किसी फिल्म को मसाला/एंटरटेनर वाले सेक्शन में डाल दिया जाता है, लॉजिक की बात वहीं खत्म हो जाती है. इसलिए KGF 2 में भी तर्क ढूंढना बेमानी है. अब फैसला आपका है कि आप KGF 2 एंजॉय करने जा रहे हैं या सोशल मीडिया रैंट का मसाला तैयार करने.

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