फिल्म रिव्यू- दसवीं
'दसवीं' जिस मसले पर बात करना चाहती है, वो है राइट टु एड्यूकेशन यानी शिक्षा का अधिकार. सबको पढ़ना-लिखना चाहिए. आईएस-वाइएस बनना चाहिए. (सॉरी नो मोर मिर्ज़ापुर जोक्स) मगर जो बात मेरे मम्मी-पापा मुझे नहीं समझा पाए, वो मैं अभिषेक बच्चन के कहने से भी नहीं मानूंगा. क्योंकि दोनों के समझाने का तरीका बोरिंग है
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