कहानी सुरों के उस सूरमा की, जो सेंसर बोर्ड के कारण फ़िल्मी कम्पोज़र नहीं बन सका
भूपिंदर इस थकाऊ दौर में सुकून का नाम हैं. वो यूकेलिप्टस के दौर में पीपल हैं. उनकी आवाज़ की अलग पहचान है. हर गाने में उन्होंने कुछ अलग जादू किया. वो नहीं हैं, पर उनका जादू बरकरार रहेगा.
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