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क्या सुप्रीम कोर्ट कमजोर पड़ा? ED का दुरुपयोग हो रहा? PM मोदी ने जवाब में कहा...

PM Modi ने कहा कि सच में तो ये पूछना चाहिए कि ED ने 10 साल में काम क्या किया?

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prime minister narendra modi on supreme court and ed lok sabha election 2024
पीएम मोदी ने कहा कि वो मानते हैं कि उन्हें क्यों मैनेज करना चाहिए. कानून का काम है, वो काम करेगा. (फोटो- इंडिया टुडे)
16 मई 2024
Updated: 16 मई 2024 21:07 IST
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया टुडे/आजतक को इंटरव्यू दिया है. इसमें उन्होंने बताया है कि 2014 और 2019 की तरह अगर 2024 में भी उनके नेतृत्व वाली सरकार बनी तो पहले 100 दिन में क्या काम करेगी. पीएम मोदी ने गुजरात के सीएम के रूप में अपने कार्यकाल, PMO की कार्यशैली, युवाओं के लिए काम करने से लेकर कई अन्य मुद्दों पर अपनी बात रखी (PM Modi interview). इस दौरान उनसे सुप्रीम कोर्ट समेत देश की तमाम संवैधानिक संस्थाओं पर सरकार के कथित दबाव को लेकर भी सवाल किए गए. विपक्ष के हवाले से पूछा गया कि क्या सुप्रीम कोर्ट और देश की दूसरे संस्थाएं मोदी सरकार के कार्यकाल में कमजोर पड़ रही हैं (PM Modi on Supreme Court and ED).

“कानून का काम है, वो काम करेगा”

इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा,

“पहली बात देश की संसद के अंदर हम डिबेट करने के लिए सभी को बुलाते हैं. लेकिन इनको लगता है कि इनके पास कहने को कुछ है ही नहीं. कहने वाले भी लोग नहीं हैं. इनके जितने नए सांसद आए हैं वो आकर मुझसे कहते हैं कि हमारे पांच साल बर्बाद हो गए. मैं विपक्ष को कह चुका हूं कि एक घंटा पहली बार जो सांसद बने हैं उन्हें दो, फिर डिस्टर्ब करो. मेरी कोशिश रही है कि ये लोग कुछ करें. लेकिन दुर्भाग्य है कि कांग्रेस के परिवार के लिए लोकतंत्र का मतलब सत्ता में होना है. वो आज भी ये स्वीकार करने को तैयार नहीं है कि 2014 से इस देश के लिए दूसरी सरकार चुनी गई है. वो दूसरे प्रधानमंत्री को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं.”

पीएम ने आगे कहा कि लोग कहते हैं कि सरकार की सुप्रीम कोर्ट में चलती नहीं है. हम पर ये आरोप लगते हैं. पीएम ने कहा,

“हमारी एबिलिटी को लेकर सवाल किए जा रहे हैं. इसका मतलब ये है कि पहले कुछ लोग थे जो मैनेज करते थे. वो संस्थान ठीक थे. मैं मानता हूं कि मुझे क्यों मैनेज करना चाहिए. कानून का काम है, वो काम करेगा.”  

ED को आप कैसे बदनाम कर सकते हो?

वहीं जांच एजेंसियों के दुरुपयोग को लेकर लग रहे आरोपों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया,

“मैं कहता हूं कि परिवारवादी पार्टी. तो हमारे मीडिया के लोग पूछते हैं कि राजनाथ जी का बेटा भी तो है. दोनों में फर्क है. मीडिया इन मुद्दों को डायवर्ट करने की कोशिश न करे, ये मेरा आग्रह रहेगा. मैं जब परिवारवादी पार्टी कहता हूं तो इसका मतलब है कि Party of the family, For the family and By the family. किसी परिवार के 10 लोग पब्लिक लाइफ में आते तो मैं नहीं मानता हूं कि ये बुरा है. लेकिन वो पार्टी नहीं चलाते हैं. पार्टी निर्णय करती है. वैसे ही ED जो कदम उठाती है वो उसकी जिम्मेदारी है.”

पीएम मोदी ने आगे कहा कि सच में तो ये पूछना चाहिए कि ED ने 10 साल में काम क्या किया. उन्होंने कहा,

“रेलवे का टिकट चेकर अगर टिकट चेक नहीं करेगा तो उसे रखने की क्या जरूरत है? उसी काम के लिए है वो. वैसे ही ED का वो काम है. 2004 से 2014 ED ने कोई काम नहीं किया, सिर्फ 34-35 लाख रुपये जब्त किए. उस वक्त हम विपक्ष में थे, किसने रोका था? 10 साल में हमारी सरकार में ED ने 2200 करोड़ रुपये पकड़े हैं. नोटों के ढेर टीवी वालों ने दिखाए हैं. उस ED को आप कैसे बदनाम कर सकते हो?”

पीएम ने कहा कि अगर कहीं ड्रग्स की खेप पकड़ी जाती है तो तारीफ होगी न. ED अगर पकड़ती है तो उसकी तारीफ नहीं होती क्योंकि वो राजनेता के यहां से पकड़ा गया है, ये क्या तरीका है. पीएम ने कहा कि कोई भी हो, किसी भी बैकग्राउंड का हो, यही होना चाहिए. उन्होंने कहा कि उनकी लड़ाई भ्रष्टाचार के खिलाफ है, देश में भ्रष्टाचार खत्म होना चाहिए.

वीडियो: कोलकाता के एक जूलरी हाउस को ED ने 7,220 करोड़ रुपये का नोटिस क्यों जारी किया?

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