चुनाव में बंपर बढ़त के बाद भी इमोशनल क्यों हो गए शिवराज सिंह चौहान?
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj singh chouhan) भी बड़ी जीत की तरफ अग्रसर हैं. बुधनी सीट से शिवराज सिंह बहुत बड़े अंतर से आगे चल रहे हैं.
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मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh assembly election results) के रुझान सामने आ चुके हैं. रुझानों में BJP एकतरफा जीत की तरफ अग्रसर है. शुरुआती रुझानों के मुताबिक BJP 155 सीटों पर आगे है, जबकि कांग्रेस 75 से भी कम सीट पर सिमटती हुई नजर आ रही है. साथ ही साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj singh chouhan) भी बड़ी जीत की तरफ अग्रसर हैं. बुधनी सीट से शिवराज सिंह 34000 वोट से आगे चल रहे हैं. हालांकि, इस बंपर नतीजों के बाद भी शिवराज सिंह चौहान काफी इमोशनल हो गए. वजह है साल 1984 का भोपाल गैस कांड.
शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जब 2 और 3 दिसंबर की रात याद आती है तो वो कांप जाते हैं. उन्होंने कहा,
"आज भी जब वो 2 और 3 दिसंबर के दरमियानी रात याद आती है तो हम कांप उठते हैं. MIC गैस के रिसाव के कारण हजारों भाई-बहन जिनमें हमारे छोटे-छोटे बच्चे शामिल थे, उन्होंने अपनी जिंदगी खो दी, असमय काल के गाल में समा गए. भोपाल का वह दृश्य भूलता नहीं है, जब सड़कों पर अपनी जान बचाने, अपने बच्चों को लेकर भाई और बहन दौड़ रहे थे और वह भयानक दृश्य ऐसा है कि कई लोग गिरे और हमेशा के लिए दुनिया छोड़कर चले गए. ‘’
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शिवराज सिंह ने आगे कहा,
‘’मैं उन सब भाई बहनों के चरणों में श्रद्धा के सुमन अर्पित करता हूं, लेकिन इस संकल्प के साथ कि फिर कोई शहर भोपाल ना बने, ऐसी गैस ट्रेजेडी फिर ना दोहराई जाए, हम सबको सोचना पड़ेगा. केवल मध्य प्रदेश और देश की बात नहीं करता, दुनिया को भी भौतिक प्रगति की अंधी चाह में हम प्रकृति के साथ ऐसा खिलवाड़ ना करें कि प्रकृति हमको ही निगल ले और इसलिए विकास और पर्यावरण में हमको संतुलन स्थापित करना पड़ेगा. यह धरती सबके लिए है. मनुष्यों के साथ-साथ कीट पतंगे जीव जंतु पशु पक्षियों के लिए भी है तो सबके लिए धरती सुरक्षित बने और आने वाली पीढ़ियों के रहने के लायक भी बनी रहे, ऐसे सारे प्रयास न केवल हमको मध्य प्रदेश में, बल्कि देश में और दुनिया में सबको करने पड़ेंगे.''
शिवराज सिंह ने साथ ही PM मोदी की तारीफ करते हुए कहा,
पिछले चुनाव में क्या हुआ था?‘’अभी दुबई में प्रधानमंत्री जी ने, श्रीमान नरेंद्र मोदी जी ने धरती को बचाने के लिए जो आवश्यक कदम उठाने हैं, उनका जिक्र किया था, भारत उस रास्ते पर चलेगा, मध्य प्रदेश भी हर संभव प्रयत्न करेगा कि पर्यावरण के साथ छेड़छाड़ ना हो और आगे हम विकास को ऐसा संतुलित करें कि वह विकास हमारे लिए जानलेवा ना बने, एक बार फिर गैस पीड़ित भाई और बहनों के जो नहीं रहे उनके चरणों में श्रद्धा के सुमन अर्पित करता हूं, जो है उनके कल्याण के काम हम करते रहेंगे और आगे फिर कोई ऐसी ट्रेजडी ना हो, इसके लिए हर संभव प्रयत्न करेंगे.''
इससे पहले, 2018 में BJP को 41.02 फीसदी वोट, कांग्रेस को 40.89 फीसदी और बहुजन समाज पार्टी (BSP) और अन्य पार्टियों को 10.83 फीसदी वोट मिले थे. कांग्रेस से अधिक वोट शेयर पाने के बाद भी BJP ने 2018 में 109 सीटें जीती थीं. जबकि सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को 114 सीटें मिली थीं. BSP को 2, समाजवादी पार्टी को 1 और निर्दलीय के खाते में 4 सीटें आई थीं. तब कांग्रेस ने कमलनाथ के नेतृत्व में बसपा, सपा और निर्दलीयों की मदद से सरकार बनाई थी. बाद में ज्योतिरादित्य सिंधिया के BJP में शामिल होने के बाद कांग्रेस सरकार गिर गई थी
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