बांग्लादेश के प्रसिद्ध फोल्क म्यूजिशियन बाल शाह अब्दुल करीम ने लिखा है कि अच्छेपुराने दिनों में ग्रामीण बंगाल में रहना कैसा था. यहां उनकी रचना का गायन है जोशांति का संदेश देता है. उनका ये मजेदार गाना सुनने के लिए देखिए वीडियो.