NEET 2024: छात्रा ने फटी OMR शीट मिलने का आरोप लगाया था, अब NTA का जवाब आया है
NTA ने जवाब दिया है कि ऑफिशियल ID से आयुषी पटेल को किसी भी तरह की फटी आंसर शीट नहीं भेजी गई. OMR शीट एकदम सही हालत में है.
![NEET exam result issue nta clarifies to lucknow student over torn omr sheet](https://static.thelallantop.com/images/post/1718041982186_neet_(2).webp?width=540)
NTA की NEET UG 2024 परीक्षा के नतीजे 4 जून को जारी किए गए थे. रिजल्ट आने के बाद से हंगामा रुक नहीं रहा है. पहले पूरे-पूरे नंबर लाने वाले छात्रों को लेकर परीक्षा कराने वाली संस्था नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) पर सवाल उठे. फिर लखनऊ की एक छात्रा ने NTA के खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दायर कर दी. छात्रा का आरोप था कि उसकी आंसर शीट (OMR) फटी हुई थी. इस पर अब NTA का पक्ष सामने आया है.
10 जून की रात NTA ने लखनऊ की रहने वाली आयुषी पटेल द्वारा लगाए गए आरोपों का जवाब दिया. NTA ने X पर एक पोस्ट में लिखा,
“NTA की ऑफिशियल ID से आयुषी पटेल को किसी भी तरह की फटी आंसर शीट नहीं भेजी गई. OMR शीट एकदम सही हालत में है, और स्कोर भी ऑफिशियल रिकॉर्ड के हिसाब से बिल्कुल सही हैं.”
NTA ने आगे बताया कि कैंडिडेट्स एजेंसी की ऑफिशियल वेबसाइट से ही स्कोरकार्ड डाउनलोड करें.
आयुषी के आरोपलखनऊ की रहने वाली आयुषी पटेल ने भी लाखों छात्रों की तरह इस बार NEET की परीक्षा दी थी. आरोप है कि जब नतीजे आए, तो उसमें आयुषी का रिजल्ट नहीं था. आंसर की से मिलाने पर उनके हिसाब से उन्हें 715 नंबर मिलने चाहिए थे, क्योंकि उनका सिर्फ़ एक जवाब ही गलत था. इस वजह से उन्होंने एजेंसी को मेल किया कि उनकी आंसर शीट दिखाई जाए.
NTA का जवाब आया. उन्होंने मेल पर तस्वीर भेजी. आयुषी का आरोप है कि मेल पर भेजी गई ओएमआर शीट फटी हुई थी. इसके बाद आयुषी ने जवाब दिया कि OMR शीट फटने के लिए वो ज़िम्मेदार नहीं हैं, और मांग रखी कि अगर शीट फट भी गई है, तो उनका रिज़ल्ट न रोका जाए. इसी मांग के साथ आयुषी ने हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका डाली. इसमें कहा गया कि जब तक उनके केस को लेकर हाई कोर्ट कोई फैसला नहीं लेता, तब तक NEET के जारी रिजल्ट पर आगे की प्रक्रिया रोक दी जाए.
सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका डाली गईइंडिया टुडे की कनु शारदा की रिपोर्ट के मुताबिक़, अब्दुल्ला मोहम्मद फ़ैज़ और डॉ शेख रोशन मोहिद्दीन ने NEET परीक्षा के रिजल्ट को लेकर याचिका दायर की है. ये तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के रहने वाले हैं, और इन राज्यों में छात्रों के लिए काम करते हैं. उनकी याचिका के मुताबिक, छात्रों को दिए गए ग्रेस मार्क्स के पीछे कोई परिभाषित तर्क नहीं है. फिर जिन छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए गए, उनकी कोई लिस्ट भी जारी नहीं की गई है.
याचिका में NTA की उत्तर कुंजी (answer key) पर भी सवाल उठाया गया है. 13,000 से ज्यादा छात्रों ने भी कुंजी को चुनौती दी है.
कोर्ट में दायर की गई सभी याचिकाओं में 5 मई की परीक्षा से प्रश्नपत्र लीक होने की शिकायतों की ओर इशारा किया गया है. 17 मई को सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किया था, लेकिन नतीजों की घोषणा पर रोक नहीं लगाई थी. इस बीच NTA ने फैसला किया है कि एक उच्च-स्तरीय समिति छात्रों की शिकायतों का विश्लेषण करेगी.
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