भारत की सबसे कीमती चीज को NCERT ने किताब से उड़ा दिया!
देश-विदेश में नेता लोग इसी का गुणगान करते फिरते हैं!
NCERT ‘सिलेबस रेशनलाइजेशन’ यानी छात्रों के ऊपर से पढ़ाई का अतिरिक्त बोझ हटाने के क्रम में किताबों से कई चैप्टर हटा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब खबर आई है कि 10 वीं क्लास की सोशल साइंस किताब से NCERT ने ‘डेमोक्रेसी’ सहित कई और चैप्टर्स को हटा दिया है.
इंडिया टुडे से जुड़ीं संवाददाता मिलन शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक, NCERT ने 10वीं क्लास की सोशल साइंस किताब से ‘डेमोक्रेसी एंड डाइवर्सिटी’, ‘पॉपुलर स्ट्रगल्स एंड मूवमेंट्स’ और ‘चैलेंजेस टू डेमोक्रेसी’ नाम के चैप्टर्स को हटा दिया है. ये चैप्टर ‘डेमोक्रेटिक पॉलिटिक्स’ की दूसरी किताब (Book 2) से हटाए गए हैं.
पीरियॉडिक टेबल वाला चैप्टर भी हटाइससे पहले NCERT ने क्लास 9वीं और 10वीं क्लास के सिलेबस से कई चैप्टर हटाने का फैसला किया था. NCERT ने अपनी साइंस की किताब से पीरियॉडिक टेबल (Periodic Table) वाला चैप्टर स्थायी रूप से हटाने का फैसला लिया है. कोरोना महामारी के समय इसे अस्थायी रूप से हटा दिया गया था. NCERT इन कक्षाओं की किताबों से चार्ल्स डार्विन की एवोल्यूशन थ्योरी का चैप्टर भी हटा चुका है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन चैप्टर्स को हटाने के फैसले पर NCERT ने बताया कि इनको कोरोना काल के दौरान नहीं पढ़ाया जा रहा था. उस वक्त सिलेबस में कुछ कमी की गई थी. इस वजह से इन्हें अब हटाने का फैसला लिया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘एवोल्यूशन एंड हेरिडिटी’ नाम के चैप्टर का नाम बदलकर अब ‘हेरिडिटी’ कर दिया गया है.
फैसले का विरोध भी हो रहा हैNCERT के पीरियॉडिक टेबल और एवोल्यूशन वाले चैप्टर को हटाने के फैसले पर शिक्षकों और वैज्ञानिकों की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई थी. ब्रिटिश बायोलॉजिस्ट और चर्चित किताब ‘द सेल्फ़िश जीन’ के लेखक रिचर्ड डॉकिन्स ने एक ट्वीट में कहा था,
“मोदी की बीजेपी भारत की धर्मनिरपेक्ष शुरुआत के लिए एक दुखद अपमान है. हिंदू धर्म भी इस्लाम की तरह हास्यास्पद है. इन दोनों दखियानूसी धर्मों ने नेहरू और गांधी के आदर्शों से गद्दारी की है.”
वहीं ब्रिटेन स्थित फॉरेंसिक मानव विज्ञान विशेषज्ञ डॉक्टर नम्रता दत्ता ने कहा कि अगर भारत ने अभी कार्रवाई नहीं की तो वह अंधकार के युग में जाने के लिए मजबूर हो जाएगा. दत्ता ने ट्वीट कर कहा,
“भारत में स्कूली बच्चों को अब एवोल्यूशन एंड पीरियॉडिक टेबल जैसे चैप्टर नहीं पढ़ाए जाएंगे. इन चैप्टरों को 11 से 18 साल के छात्रों को पढ़ाई जाने वाली किताबों से हटा दिया गया है. NCERT ने अब तक इसके पीछे कोई भी कारण नहीं बताया है.”
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, NCERT ने कक्षा 12वीं की पॉलिटिकल साइंस किताब से खालिस्तान के संदर्भों को भी हटा दिया है. ये फैसला शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) द्वारा शिक्षा मंत्रालय को लिखे एक पत्र के बाद लिया गया.
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