The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • Education
  • centre to invest 1000 crore to set up 200 tv channels for education

ई-लर्निंग: 1 हजार करोड़ रुपए खर्च कर 200 नए टीवी चैनल खोलेगी केंद्र सरकार

ई- लर्निंग के माध्यम से गरीब बच्चों को भी आधुनिक शिक्षा सुलभ बनाने के लिए केंद्र सरकार ने हजार करोड़ रूपये का प्रावधान किया है.

Advertisement
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान
pic
फातमा ज़ेहरा
22 जून 2022 (Updated: 22 जून 2022, 07:40 PM IST)
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले ऐसे बच्चे जो स्कूल नहीं जा सकते, उनके लिए केंद्र सरकार ने एक बड़ा ऐलान किया है. केंद्र सरकार ने ई-लर्निंग के माध्यम से आधुनिक शिक्षा को सुलभ बनाने के लिए कई घोषणाएं की हैं. 

खोले जाएंगे 200 नए चैनल

ई- लर्निंग के माध्यम से दूर-दराज के क्षेत्रों में गरीब बच्चों को भी आधुनिक शिक्षा सुलभ बनाने के लिए केंद्र सरकार ने एक हजार करोड़ रूपये का प्रावधान किया है. इसी के तहत सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सहयोग से शैक्षिणक टीवी चैनलों की संख्या 34 से बढ़ाकर 60 की जाएगी. इसके अलावा 200 नए टीवी ई-चैनल शुरू करने का प्रस्ताव है. ये घोषणा केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने की. प्रधान, NIT हमीरपुर कैंपस में आधुनिक कंप्यूटर सेंटर व ई-क्लासरूम का उद्घाटन करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने कहा,


शिक्षा व्यवस्था में सुधार और इसमें प्रौद्योगिकी के समावेश में NIT जैसे संस्थान महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. NIT हमीरपुर को आगे आकर काम करना चाहिए.


इसके अलावा शिक्षा मंत्री ने इस संबंध में ट्विटर पर भी घोषणा की. उन्होंने लिखा,


“भारत सरकार दूरस्थ और पिछड़े क्षेत्रों में वंचित युवाओं के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए 200 नए टीवी चैनल बनाने के लिए 1,000 करोड़ से अधिक का निवेश कर रही है. जल्द ही हमारे पास भारत की हर भाषा में, हर वर्ग के लिए एक चैनल होगा.
 

इसके अलावा उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा,

“इन 200+ टीवी चैनलों को नवीन और गुणवत्तापूर्ण सामग्री की आवश्यकता होगी. @NITHamirpurHP को इस दिशा में सोचना चाहिए. छात्रों के अच्छे अनुभव के लिए ऑडियो-विजुअल-गेमिंग आधारित सामग्री तैयार करनी चाहिए.


इसके अलावा शिक्षा मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश एक 'देवभूमि' और 'वीरभूमि' है, जबकि अब इसका ध्यान 'ज्ञानभूमि' बनाने पर होना चाहिए.

Advertisement