आमतौर पर सभी एंप्लॉयीज की सैलरी से हर महीने एक निश्चित रकम प्रोविडेंट फंड स्कीमके तहत काटी जाती है. इतना ही पैसा कंपनी भी आपके पीएफ खाते में जमा करती है. इसकाकुछ हिस्सा पेंशन स्कीम में भी जाता है. इसके अलावा पीएफ मेंबर खुद ब खुद एंप्लॉयीडिपॉजिट लिंक्ड इंश्योरेंस स्कीम का भी सदस्य बन जाता है. किसी दुर्घटना में पीएफमेंबर की मौत हो जाने पर नॉमिनी को पीएफ के पैसों के अलावा इंश्योरेंस की रकम भीमिलती है. ये सभी सुविधाएं ऑनलाइन उपलब्ध हैं.