ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, अडानी समूह को 5 बिलियन डॉलर यानी 40 हजार 794करोड़ रुपये की जरूरत है. और ये जरूरत तब पैदा हुई है, जब अडानी समूह के कुछनिवेशकों ने अपने सहयोगियों से कहा कि कंपनी का लेवरेज कम करें. लेवेरेज यानि निवेशका वो तरीका जब उधार से लिए गए पैसों से प्रॉफ़िट कमाया जाता है.