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बैंकिंग जगत में अफरा-तफरी, क्या डूब जाएगा दुनिया का ये बड़ा बैंक भी?

अगर ये बैंक डूबा तो आर्थिक संकट निश्चित है

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Credit Suisse
क्रेडिट सुइस दफ्तर (फाइल फोटो)
15 मार्च 2023 (Updated: 15 मार्च 2023, 23:06 IST)
Updated: 15 मार्च 2023 23:06 IST
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अमेरिकी शेयर बाजारों के विशेषज्ञ रॉबर्ट कियोसाकी ने फॉक्स न्यूज से कहा है कि सिलिकॉन वैली बैंक के बाद अब अगला नंबर क्रेडिट सुइस का है. रिच डैड कंपनी के को-फाउंडर और कई मशहूर किताबों के लेखक राबर्ट कियोसाकी ने कहा है कि क्रेडिट सुइस दिवालिया हो सकता है. कियोसाकी ने ही 2008 में लेहमन ब्रदर्स को लेकर भी भविष्यवाणी की थी और उनकी यह बात सही साबित हुई थी. लेहमन ब्रदर्स के डूबने के बाद दुनिया आर्थिक मंदी के गर्त में फंसती चली गई थी. क्रेडिट सुइस, दुनिया के सबसे बड़े बैंकों में से एक है. इस बैंक का हेडऑफिस स्विट्ज़रलैंड में है.

कियोसाकी ने कहा,

“इस समस्या की जड़ बॉन्ड मार्केट है. बॉन्ड मार्केट क्रैश हो चुका है. कुछ साल पहले मैंने लेहमन ब्रदर्स को लेकर भी इसी तरह की भविष्यवाणी की थी. मुझे लगता है कि अगला नंबर क्रेडिट सुइस का है.”

कियोसाकी का कहना है कि बॉन्ड बाजार अमेरिका में स्टॉक बाजार से काफी बड़ा है. इस बीच, क्रेडिट सुइस ने अपनी सालाना रिपोर्ट (2022) में स्वीकार किया है कि उनकी वित्तीय रिपोर्टिंग में कुछ कमी पाई गई है. बैंक ने कहा है, 

“31 दिसंबर, 2022 तक, वित्तीय रिपोर्टिंग पर समूह का आंतरिक नियंत्रण प्रभावी नहीं था, और उन्हीं कारणों से, बैंक प्रबंधन ने फिर से वित्तीय मूल्यांकन किया है. अपनी रिपोर्ट में ऑडिटर प्राइस वाटर हाउसकूपर्स (PwC) ने इन खामियों का जिक्र किया है.”

एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस के अनुसार, क्रेडिट सुइस डेट डिफ़ॉल्ट के बीमा की लागत 520 आधार अंकों से ऊपर के रिकॉर्ड तक पहुंच गई है. इसके अलावा बैंक के शेयर भी औंधे मुंह गिरे हैं. पिछले तीन कारोबारी दिनों में क्रेडिट सुइस के शेयर 20 फीसदी से ज्यादा लुढ़क चुके हैं. खबर है कि क्रेडिट सुईस ग्रुप एजी के एशिया पैसिफिक स्ट्रेटजी के को हेड नीलकंठ मिश्रा ने इस्तीफा दे दिया है. न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग ने बताया कि मिश्रा अब मुंबई में एक्सिस बैंक लिमिटेड में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं. आपको बता दें कि फरवरी में क्रेडिट सुइस एजी की प्राइवेट बैंकिंग शाखा ने हिंडनबर्ग विवाद के बीच मार्जिन लोन के लिए कोलेट्रल के रूप में अडानी समूह की कुछ कंपनियों जैसे अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड, अडानी ग्रीन एनर्जी, और अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई के बांड स्वीकार करना बंद कर दिया था. 

इस बीच रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने अमेरिकी बैंकिंग प्रणाली को लेकर अपने आउटलुक को संशोधित कर "स्थिर" से "नकारात्मक" कर दिया. रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि सिलिकॉन वैली बैंक समेत अमेरिका में बढ़ते बैकिंग संकट से चिंता बढ़ी है. रेटिंग एजेंसी ने कहा कि सिलिकन वैली बैंक, सिल्वरगेट कैपिटल कॉर्प और सिग्नेचर बैंक ने बैकिंग सेक्टर के लिए माहौल को खराब कर दिया है. इसके चलते अब निवेशकों और बैंकों में पैसा जमा करने वालों का भरोसा डगमगा रहा है. 

आपको बता दें कि अमेरिका के सिलिकॉन वैली बैंक और सिग्नेचर बैंक के हालात बिगड़ने का असर पूरी दुनिया के वित्तीय बाजार पर पड़ा है. एशिया के शेयर बाजार में तेज गिरावट देखने को मिली जबकि यूरोप के बाजारों में तो और भी बुरा हाल है. ऐसे में अगर क्रेडिट सुइस बैंक भी डूबता है तो 2008 की तरह वैश्विक वित्तीय संकट का सामना करना पड़ सकता है.

वीडियो: खर्चा पानी: अडानी के सभी शेयरों में गिरावट क्यों आई है?

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