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ऋषभ पंत की जगह टेस्ट में विकेटकीपिंग क्यों नहीं कर सकते केएल राहुल?

ये वाला कारण तो लॉजिकल लग रहा है.

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तस्वीर में ऋषभ पंत और केएल राहुल ( फोटो क्रेडिट : AP)
साउथ अफ्रीका दौरे पर ऋषभ पंत (Rishabh Pant) का बल्ला खामोश रहा है. ऋषभ पंत एक भी पचासा नहीं लगा सके हैं. साथ ही उनके शॉट सेलेक्शन को लेकर भी खूब बातें चल रही है. और इसमें बड़ा रोल है जोहानसबर्ग में उनके द्वारा लगाए गए एक शॉट से. दरअसल जोहानसबर्ग टेस्ट में क्रीज पर आते ही ऋषभ पंत ने अटैकिंग रणनीति अपनाई. और कगीसो रबाडा की गेंद पर बड़ा शॉट लगाना चाहा. लेकिन गेंद और बल्ले का कनेक्शन सही नहीं बैठा और पंत विकेटकीपर को कैच थमा बैठे. जब ऋषभ क्रीज पर आए थे. तब भारत को एक साझेदारी की जरूरत थी. और इसी के चलते पंत का यह शॉट तुरंत लोगों के निशाने पर आ गया. हालांकि केपटाउन टेस्ट से पहले हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में विराट कोहली ने पंत का बचाव किया. इसके बाद तीसरे और आखिरी टेस्ट की पहली पारी में ऋषभ पंत ने सधी हुई बल्लेबाजी की. उन्होंने कोहली के साथ पांचवें विकेट के लिए 51 रन की साझेदारी की. ऋषभ 50 गेंदों में 27 रन बनाकर आउट हुए. # Pant Out Rahul In? और इन सबके बीच लोग साउथ अफ्रीका दौरे पर अब तक फ्लॉप रहे ऋषभ पंत को टेस्ट टीम से बाहर करने की मांग कर रहे हैं. जोहानसबर्ग टेस्ट हारने के बाद से ही बातें हो रही हैं कि पंत को हटाकर तीसरे टेस्ट में ऋद्धिमान साहा को खिलाना चाहिए. हालांकि ऐसा नहीं हुआ. और इन्हीं चर्चाओं के बीच स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम में एक फैन ने पूछा कि क्या ऋषभ पंत की जगह केएल राहुल को टेस्ट में विकेटकीपर के तौर पर देखा जा सकता है? इसके जवाब में गौतम गंभीर ने कहा,
'मैं केएल राहुल को सिर्फ ओपनर के तौर पर देखना चाहूंगा. अगर आप राहुल को विकेटकीपर के तौर पर देखते हैं. तो इसका मतलब ये है कि उन्हें 150 ओवर्स तक विकेटकीपिंग करनी होगी. इसके बाद पहली गेंद का सामना भी करना होगा, जोकि नामुमकिन है. ये सिर्फ वनडे और T20 फॉर्मेट में ही चल सकता है. लेकिन टेस्ट में आपको रेगुलर विकेटकीपर की जरूरत होती है.
गंभीर ने आगे कहा,
' आपका ओपनिंग बल्लेबाज कभी टेस्ट में विकेटकीपर नहीं हो सकता है. अगर आपके पास दूसरा कोई ओपनर नहीं है, तो फिर बात अलग है. लेकिन ये लंबे समय के लिए हल नहीं है. इसलिए टेस्ट में मैं राहुल को विकेटकीपर के तौर कभी नहीं देखना चाहूंगा. क्योंकि आप चाहेंगे कि वह नई गेंद पर खूब रन बनाए. और अब उन्हें टेस्ट क्रिकेट में रिदम मिलना भी शुरू हो गया है. राहुल अच्छी बल्लेबाजी भी कर रहे हैं.'
बताते चलें कि ऋषभ पंत का बल्ला भले ही साउथ अफ्रीका दौरे पर न चला हो. लेकिन ये सच है कि पंत ने टेस्ट क्रिकेट में बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज बढ़िया प्रदर्शन किया है. 2021 में 12 टेस्ट की 21 पारियों में पंत ने एक शतक और पांच अर्धशतक की मदद से 748 रन बनाए. 2021 में रोहित शर्मा के बाद वह टेस्ट दूसरे लीडिंग रन स्कोरर रहे, ओवरऑल चौथे. अब तक ऋषभ पंत 39 टेस्ट पारियों में लगभग 32 के ऐवरेज से विदेशों में 1181 रन बना चुके हैं. जिसमें दो शतक और तीन अर्धशतक शामिल है. अपने घर में पंत ने आठ पारियों में 64.86 के ऐवरेज से 454 रन बनाए हैं. जिसमें एक शतक और चार अर्धशतक शामिल हैं.